
TCS, Wipro और Infosys पर मंदी की मार, भर्तियों पर कैंची, घट गईं इतनी नौकरियां
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देश की दिग्गज आईटी कंपनियों की तिमाही के नतीजे अनुमान से कमजोर रहे हैं. रिजल्ट के बाद सामने आए डेटा में पता चला कि जून की तिमाही में कंपनियों में कर्मचारियों की संख्या में बड़ी गिरावट आई है और फिलहाल कंपनियां नई हायरिंग को लेकर उत्सुक नजर नहीं आ रही हैं.
देश की दिगग्ज आईटी कंपनियों- टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS), इंफोसिस (Infosys), विप्रो (Wipro) और एचसीएलटेक (HCLTech) ने मौजूदा वित्त के वर्ष की पहली तिमाही के अपने नतीजे जारी कर दिए हैं. इन आईटी कंपनियों में एक साल पहले की तुलना में मार्च-जून की तिमाही में कर्मचारियों की नियुक्ति की संख्या में भारी कमी दर्ज की गई है.
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS)
टीसीएस ने जून 2023 को समाप्त तिमाही के दौरान अपने साथ 523 कर्माचारियों को जोड़े. वहीं, एक साल पहले इसी कंपनी समान्य तिमाही में 14,136 कर्मचारियों की नियुक्ति की थी. तिमाही के नतीजे के बाद टीसीएस के चीफ HR अधिकारी मिलिंद लक्कड़ ने कहा कि कंपनी अधिक कर्मचारियों को जोड़ने की बजाय अपने मौजूदा कर्मचारियों की संख्या का लाभ उठाने की योजना बना रही है.
उन्होंने कहा कि हम अपने दिए गए सभी ऑफर का सम्मान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. मिलिंद लक्कड़ ने कहा कि हमारा ध्यान पिछले साल बनाई गई क्षमता का लाभ उठाने पर होगा. Q1 FY24 के अंत में TCS में कुल वर्कफोर्स की संख्या 6,15,318 है.
विप्रो (Wipro)
मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही के दौरान विप्रो में नेट कर्मचारियों की संख्या 8,812 कर्मचारियों की गिरावट आई है. यह एक साल पहले की तिमाही से बिल्कुल विपरीत है. तब कंपनी ने अपने वर्कफोर्स में 15,446 से अधिक कर्मचारियों को जोड़ा था. कंपनी के चीफ अधिकारी सौरभ गोविल ने कहा कि विप्रो आने वाली तिमाहियों में केवल महत्वपूर्ण क्षेत्रों के लिए ही नियुक्ति करेगी. उन्होंने कहा कि डिमांड के मुताबिक की नए कर्मचारियों की नियुक्ति की जाएगी. सौरभ गोविल ने कहा कि हालांकि, हम अहम सेक्टर नियुक्ति जारी रखेंगे.













