
Jim Beam Announcement: अचानक बड़ा फैसला... व्हिस्की बनाने वाली इस कंपनी ने रोका प्रोडक्शन, कर्मचारियों का अब क्या होगा?
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Bourbon Whiskey निर्माता बढ़ते स्टॉक से पहले ही परेशान थे, वहीं इस साल Donald Trump के टैरिफ से बढ़ी ग्लोबल ट्रेड टेंशन ने परेशानी और बढ़ाने का काम किया. डिमांड घटने के चलते बढ़े स्टॉक से सिर्फ इसी साल अब तक शराब निर्माताओं को 6200 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हुआ है.
अगर आप शराब के शौकीन हैं और खासतौर पर Jim Beam Bourbon Whiskey के दीवाने हैं, तो फिर ये खबर आपके लिए खास है. दरअसल, जिम बीम के स्वामित्व वाली सनटोरी ग्लोबल स्पिरिट्स (Suntory Global Spirits) ने अचानक बड़ा फैसला लेते हुए, केंटकी स्थित प्रमुख संयंत्र में इसका प्रोडक्शन रोक दिया है. रिपोर्ट्स की मानें, तो ये सस्पेंशन एक साल के लिए किया गया है. कंपनी के इस फैसले से यहां काम करने वाले हजारों लोगों के सामने रोजगार का संकट खड़ा हो सकता है.
कंपनी ने 1 साल तक उत्पादन रोका रिपोर्ट के मुताबिक, Bourbon Whiskey बनाने वाली कंपनी जिम बीम (Jim Beam) ने अपने मुख्य डिस्टिलरी में एक साल के लिए उत्पादन को रोक दिया है. कंपनी ने केंटकी में अपने सभी स्थानों पर 1,000 से अधिक लोगों को रोजगार मुहैया कराती है. कंपनी की ओर से घोषणा की गई है कि वह अगले पूरे साल 2026 के लिए अमेरिकी स्टेट Kentucky स्थित अपने इस संयंत्र में उत्पादन नहीं करेगी. कंपनी की ओर ये फैसला ऐसे समय में लिया गया है, जबकि अमेरिका में बॉर्बन व्हिस्की निर्माता कंपनियां ओवर स्टॉक लेवल और अनिश्चित ग्लोबल डिमांड से जूझ रही हैं.
इस लिए कंपनी ने किया ऐलान Jim Beam की ओर से इस संबंध में जारी एक बयान में कहा गया है कि डिस्टिलरी 2026 के दौरान पूरी तरह से बंद रहेगी, क्योंकि कंपनी इस समय का उपयोग साइट पर सुधार कार्यों के लिए निवेश (Investment) करने की योजना बना रही है और इसके लिए समय चाहिए. हालांकि, कंपनी की ओर से ये साफ किया गया है कि इस प्रमुख संयंत्र को छोड़कर राज्य में उसके अन्य साइट सामान्य रूप काम करती रहेंगी. कंपनी ने आगे कहा कि यह निर्णय राज्य में अपने ऑपरेशन को पूरी तरह बंद करने के बजाय भविष्य की मांग (Future Demand) की समीक्षा से जुड़ा हुआ है.
कर्मचारियों का अब क्या होगा? Bourbon Whiskey मेकर के मुताबिक, प्रोडक्शन रोके जाने के दौरान केंटकी स्थित जिम बीम विजिटर सेंटर पहले की तरह खुला रहेगा. राज्य में 1000 से ज्यादा लोगों को रोजगार देने वाली कंपनी इस बात की समीक्षा करने की बात भी कह रही है कि उत्पादन बंद रहने के दौरान उसके कर्मचारियों का उपयोग कैसे किया जाएगा. इसे लेकर मंथन जारी है. कंपनी की ओर से यह पुष्टि की गई है कि इस अवधि के दौरान कर्मचारियों के लिए आगे के कदमों पर निर्णय लेने के लिए श्रमिक संघ के साथ बातचीत चल रही है.
बढ़ता स्टॉक और ₹6200Cr का नुकसान केंटकी में बॉर्बन बनाने वालों पर बढ़ते स्टॉक के कारण दबाव बढ़ता जा रहा है. अक्टूबर में केंटकी डिस्टिलर्स एसोसिएशन ने बताया था कि राज्य भर के गोदामों में बॉर्बन का स्टॉक रिकॉर्ड 16 मिलियन बैरल से अधिक हो गया है. इन पर राज्य द्वारा Tax भी लगाया जाता है, जिससे उत्पादकों पर लागत का बोझ और बढ़ा है. एसोसिएशन के मुताबिक, इन स्टॉक पर लगने वाले टैक्स के कारण इस वर्ष अकेले शराब बनाने वालों को लगभग 75 मिलियन डॉलर (लगभग 6,200 करोड़ रुपये) का नुकसान हुआ है.
Trump से Canada तक का असर बढ़ते स्टॉक ने पहले से ही शराब निर्माताओं के लिए मुश्किलें खड़ी की थीं, उस पर वैश्विक व्यापार तनावों (Global Trade Tension) ने चुनौतियों को और भी बदतर बना दिया है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) द्वारा अप्रैल में लागू किए गए व्यापक टैरिफ (Tariff) की घोषणा के बाद अमेरिकी शराब निर्माताओं परेशानी और बढ़ी है. इसके अलावा रिपोर्ट में बताया गया कि कनाडा के साथ व्यापारिक तनाव ने भी बिक्री को बुरी तरह से प्रभावित किया है. साल 2025 की शुरुआत में ही ज्यादातर कनाडाई प्रांतों ने बहिष्कार के तहत अमेरिकी शराब खरीदना बंद कर दिया था.













