
HDFC से SBI तक... इन 7 बैंकिंग स्टॉक पर रखें नजर, विदेशी एजेंसी ने बढ़ाई है रेटिंग
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अमेरिकी रेटिंग एजेंसी S&P Global ने जहां 2006 के बाद भारत की सॉवरेन क्रेडिट रेटिंग में इजाफा किया, तो अब देश के 10 बैंक/फाइनेंस कंपनियों की रेटिंग को भी अपग्रेड किया है और भारतीय इकोनॉमी की तेज रफ्तार को सराहा है.
देश के बैंकिंग स्टॉक फोकस में हैं और एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) से लेकर ICICI Bank, SBI जैसे शेयरों पर कल सप्ताह के पहले दिन सोमवार को विदेश से आई एक खबर का असर देखने को मिल सकता है. दरअसल, एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स (S&P Global Ratings) ने देश के टॉप-10 फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशंस की रेटिंग को अपग्रेड किया है. खास बात ये है कि विदेशी एजेंसी ने करीब 18 साल से ज्यादा समय के बाद भारत की सॉवरेन क्रेडिट रेटिंग में इजाफा करने के बाद देश के बैंकों की रेटिंग भी बढ़ा दी है.
7 भारतीय बैंकों की रेटिंग में इजाफा एसएंडपी ग्लोबल ने जिन 10 वित्तीय संस्थानों की रेटिंग अपग्रेड की है, उनमें सात बैंक शामिल हैं. इनमें एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank), स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) और आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) सबसे ऊपर हैं. इसके अलावा अन्य में Axis Bank, Kotak Mahindra Bank, Union Bank Of India, Indian Bank शामिल हैं. इसके अलावा जिन 3 फाइनेंस कंपनियों की रेटिंग को बढ़ाया गया है, उनमें बजाज फाइनेंस (Bajaj Finance), टाटा कैपिटल (Tata Capital) और LT Finance है, जिनकी लॉन्ग टर्म इश्यूअर क्रेडिट रेटिंग्स में बढ़ोतरी का फैसला किया गया है.
रेटिंग बढ़ाते हुए एजेंसी ने कही बड़ी बात ग्लोबल एजेंसी ने कहा कि भारतीय ऋणदाता और फाइनेंसर देश की मजबूत घरेलू आर्थिक गति (India's Domestic Economic Growth) के साथ ही स्ट्रक्चरल सुधारों और डूबे हुए Loan की वसूली में लगातार सुधार से फायदे में रहेंगे. इसके नोट में कहा गया है कि भारत में ऋण जोखिम में कमी आने के साथ ही बैंकों से अपेक्षा है कि बैंक कुछ सेक्टर्स में तमाम तरह की टेंशन के बावजूद अगले 12-24 महीनों में पर्याप्त एसेट क्वालिटी, अच्छा लाभ और बेहतर कैपिटलाइजेशन बनाए रखेंगे.
अभी क्या है इन बैंकिंग शेयरों का हाल? एसएंडपी ग्लोबल के रेटिंग अपग्रेड के फैसले का असर सोमवार को इन तमाम बैंकों के शेयरों पर देखने को मिलेगा. लेकिन इससे पहले नजर डालें इनके शेयरों की चाल पर, तो...
2006 के बाद बदली भारत की रेटिंग विदेशी एजेंसी ने भारत की रेटिंग में साल 2006 के बाद पहली बार बदलाव किया है. बैंकों और फाइनेंस कंपनियों की रेटिंग अपग्रेड करने से पहले S&P ने बीते गुरुवार को भारत की सॉवरेन रेटिंग को 'BBB-' से बढ़ाकर 'BBB' करने का ऐलान किया था. ये अपग्रेड संकेत है कि भारत का नजरिया स्थिर है और दुनिया की तीसरी बड़ी इकोनॉमी बनने की दिशा में देश आगे बढ़ रहा है. इसके साथ ही US Tariff और ग्लोबल ट्रेड टेंशन जैसी चुनौतियों से भी अच्छी तरह से निपट रहा है. अमेरिकी रेटिंग एजेंसी रेटिंग में बदलाव करते हुए कहा था कि भारत की ये रेटिंग, तेज इकोनॉमिक ग्रोथ और महंगाई को नियंत्रित करने की उसकी बेहतर पॉलिसी के अनुरूप है.













