
GST कट के आगे ट्रंप टैरिफ फेल, विदेशों से एक साथ आई आवाज- इस रफ्तार से दौड़ेगी इंडियन इकोनॉमी
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Indian Economy अमेरिका के हाई टैरिफ के बावजूद तेज रफ्तार से दौड़ लगाती रहेगी. पहले अमेरिकी फिच रेटिंग ने ग्रोथ अनुमान बढ़ाया था और अब OECD ने भी इसमें इजाफा करते हुए 6.7% कर दिया है.
भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian Economy) को लेकर विदेशों से लगातार अच्छी खबरें आ रही हैं, ऐसे तब है जबकि अमेरिका की ओर से देश पर 50 फीसदी का हाई टैरिफ लगाया गया है, जो इकोनॉमी की तेज रफ्तार के आगे बेअसर नजर आ रहा है. बीते दिनों जहां Fitch Ratings ने भारत के जीडीपी ग्रोथ अनुमान में इजाफा किया था, तो अब आर्थिक सहयोग और विकास संगठन (OECD) ने मौजूदा वित्त वर्ष के लिए भारत के ग्रोथ अनुमान को बढ़ा दिया है और अपने पूर्वानुमान से जोरदार 40 बेसिस पॉइंट की बढ़ोतरी की है.
6.7% की तेजी से दौड़ेगी इकोनॉमी पेरिस के फ्रांस स्थित ओईसीडी आर्थिक सहयोग और विकास संगठन (OECD) ने भारत के लिए चालू वित्त वर्ष में वृद्धि दर के अनुमान को एक झटके में 40 आधार अंक बढ़ाकर पहले के 6.3% से सीधे 6.7% कर दिया है. रिपोर्ट के मुताबिक, संगठन ने अपने पूर्वानुमान में ये जोरदार बढ़ोतरी मोदी सरकार द्वारा भारत में लागू किए गए जीएसटी रिफॉर्म्स को देखते हुए की गई है, जिसके तहत देश में खाने-पीने की चीजों से लेकर TV-AV, कार-बाइक्स समेत तमाम चीजें सस्ती हो गई हैं.
ओईसीडी ने मंगलवार को जारी अपने अंतरिम आउटलुक में कहा है कि ट्रंप टैरिफ के हाई रेट भारत के निर्यात क्षेत्र पर दबाव डालेंगे, लेकिन कुल मिलाकर जीएसटी में सुधार और रेट कट समेत मॉनेटरी और राजकोषीय स्ट्रेटजी में सुगमता से तमाम गतिविधियों को समर्थन मिलने की उम्मीद है. हालांकि, अगले वर्ष FY27 के अनुमान में ओईसीडी ने 20 बीपीएस की कटौती कर इसे 6.2% कर दिया है.
एसएंडपी को भी भारत पर भरोसा न सिर्फ ओईसीडी, बल्कि ग्लोबल रेटिंग एजेंसी एसएंडपी ने भी भारत पर भरोसा बरकरार रखा है और हाई टैरिफ के बावजूद चालू वित्त वर्ष के लिए लिए भारत के ग्रोथ अनुमान को 6.5% पर बरकरार रखा है. एजेंसी ने कहा है कि भारत में सरकार द्वारा उठाए जा रहे तमाम कदमों के चलते घरेलू डिमांड मजबूत बनी रहेगी, जिसे टैक्स में कटौती (GST Cut) का भी समर्थन मिलेगा.
ग्लोबल एजेंसी ने भारत में फूड इंफ्लेशन में आई तेज गिरावट के चलते चालू वित्त वर्ष के लिए महंगाई दर के अनुमान को भी घटाकर 3.2% कर दिया है. इसके साथ ही एजेंसी की ओर रेपो रेट में इस साल एक और बड़ी कटौती की उम्मीद जताई गई है और कहा गया है कि भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा ब्याज दर में 25 बेसिस पॉइंट की कटौती की जा सकती है. गौरतलब है कि आरबीआी ने लगातार तीन बार में रेपो रेट कुल मिलाकर 100 बेसिस पॉइंट घटाया था, लेकिन बीते अगस्त महीने में इसे 5.5% पर यथावत रखा था.
Fitch भी भारत पर बुलिश ओईसीडी और एसएंडपी से पहले खुद अमेरिकी रेटिंग एजेंसी फिच रेटिंग्स ने डोनाल्ड ट्रंप का 50% टैरिफ को धुंआधुंआ करते हुए भारतीय अर्थव्यवस्था की तेज रफ्तार जारी रहने की उम्मीद जताई थी. सितंबर महीने की शुरुआत में अपने रिपोर्ट में फिच ने भारत को लेकर गुड न्यूज देते हुए इकोनॉमी ग्रोथ के अनुमान को FY26 में 6.9% कर दिया था, जो पहले 6.5% था. ट्रंप के डबल टैरिफ के बाद भी एजेंसी ने अपने पूर्वानुमान में 40 बेसिस पॉइंट का जोरदार इजाफा किया था.













