
Gold को लेकर US से भारत तक हड़कंप, एक्सपर्ट का Alert- फटने वाला है बुलबुला
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सोना ने आज फिर रिकॉर्ड हाई लेवल टच कर दिया है. लेकिन अब जेपी मॉर्गन समेत कई एक्सपर्ट की इसपर प्रतिक्रिया आई है. जेपी मॉर्गन के एक विशेषज्ञ ने सोने के दाम में बड़ी गिरावट की आशंका जताई है.
गोल्ड की कीमत कम नहीं हो रही है, पिछले कुछ दिनों से सोना हर दिन रिकॉर्ड दर्ज कर रहा है. एमसीएक्स पर आज भी सोना करीब 1800 रुपये उछला है. मल्टी कमोडिटी मार्केट में 10 ग्राम सोने का भाव 113990 रुपये पर है. वहीं इंटरनेशनल मार्केट में भी सोने की कीमत ने ऑल टाइम हाई लेवल टच किया.
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, शुरुआत में 3,759.02 डॉलर के रिकॉर्ड स्तर को छूने के बाद हाजिर सोना 0.2% बढ़कर 3,753.25 डॉलर प्रति औंस हो गया, जबकि दिसंबर डिलीवरी के लिए अमेरिकी सोना वायदा 0.3% बढ़कर 3,787.40 डॉलर हो गया. लेकिन इस बीच जेपी मॉर्गन के सीईओ जेमी डिमन ने चेतावनी दी कि बुलियन से लेकर बिटकॉइन तक, सभी बाजारों में व्यापक परिसंपत्ति बुलबुला फूट सकता है और सोने के भाव में बड़ी गिरावट आ सकती है.
मुंबई में जेपी मॉर्गन इंडिया इन्वेस्टर कॉन्फ्रेंस में, डिमन ने खतरे की घंटी की वॉर्निंग दी. सीएनबीसी-टीवी18 के अनुसार, उन्होंने कहा कि हम बुलबुले की स्थिति में पहुंच रहे हैं. हमें नहीं पता है कि हम अभी कहां हैं, लेकिन अबतक की सबसे ऊंची स्टॉक कीमतें, अब तक की सबसे ऊंचा सोना, अब तक की सबसे ऊंचे क्रिप्टो पर खड़े हैं.
ICICI Prudential के S. Naren ने भी डर की संभावना जताई है. उन्होंने गोल्ड की इस तेजी को वॉर्निंग साइन नाम दिया है. उन्होंने कहा है कि जब कोई चीज तेजी से बढ़े तो आगे वह नुकसान भी करा सकती है.
आज क्यों आया सोने में इतना उछाल? सोने में बढ़ती उछाल, अमेरिकी फेड रेट कटौती के बाद आई है. कैपिटल डॉट कॉम के एक्सपर्ट काइल रोडा ने कहा कि मुझे लगता है कि यह मुख्य रूप से मौद्रिक नीति की अपेक्षाओं, संभावित रूप से कम ब्याज दरों और महंगाई के लिए बढ़ते जोखिमों के कारण है. कुछ अन्य एक्सपर्ट का कहना है कि अमेरिका में ब्याज दरों में और कटौती और कमजोर डॉलर के कारण सोने के भाव में इतनी उछाल देखी गई है.
जल्द सोना होगा सस्ता कुछ विश्लेषकों का अनुमान है कि तकनीकी कारकों के कारण सोने में जल्द ही गिरावट आएगी, जबकि व्यापक रुझान सकारात्मक बना हुआ है. OANDA के वरिष्ठ बाजार विश्लेषक केल्विन वोंग ने कहा कि शॉर्ट टर्म में अभी भी तेजी बरकरार है, लेकिन हम तकनीकी कारकों के कारण शॉर्ट टर्म में गिरावट की उम्मीद करते हैं.













