
₹65 लाख करोड़ की इंडस्ट्री में होगी Mukesh Ambani की एंट्री... SEBI की मंजूरी से रास्ता साफ, ये है विदेशी पार्टनर
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Jio-BlackRock Gets SEBI Approval: रिलायंस चेयरमैन मुकेश अंबानी की कंपनी जियो फाइनेंशियल सर्विसेज म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री में जलवा दिखाने के लिए तैयार है. विदेशी कंपनी ब्लैकरॉक के साथ इसकी एंट्री को सेबी की मंजूरी मिल गई है.
दुनिया के दिग्गज अरबपतियों (World's Top Billionaires) में शुमार और देश के सबसे अमीर इंसान मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) अब अपने कारोबार का विस्तार करते हुए म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री (Mutual Fund Industry) में एंट्री लेने वाले हैं. उनकी कंपनी जियो फाइनेंशियल सर्विसेज (JioFin) और ग्लोबल इन्वेस्टमेंट दिग्गज ब्लैकरॉक (BlackRock) ने मिलकर म्यूचुअल फंड कारोबार में ओपनिंग करने की तैयारी की है और इसके लिए उन्हें मार्केट रेग्युलेटर सेबी (SEBI) की ओर से मंजूरी भी मिल गई है. इसका असर जियो फाइनेंशियल के शेयर पर भी देखने को मिल रहा है.
सेबी से Ambani के प्लान को मंजूरी मुकेश अंबानी की कंपनी जियो फाइनेंशियल सर्विसेज और ग्लोबल इन्वेस्टमेंट दिग्गज ब्लैकरॉक को म्यूचुअल फंड कारोबार शुरू करने के लिए सेबी (SEBI) से अंतिम मंजूरी मिल गई है. मार्केट रेग्युलेटर ने बीते 26 मई 2025 को जियो ब्लैकरॉक म्यूचुअल फंड को रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट जारी किया है. इसके साथ ही Jio BlackRock Asset Management Pvt. Ltd. को एसेट मैनेजमेंट कंपनी (AMC) के रूप में काम करने की भी अनुमति दी है.
2023 में पार्टनरशिप, अब लॉन्च की तैयारी जियो और ब्लैकरॉक की यह पार्टनरशिप (Jio-BlackRock Partnership) जुलाई 2023 में हुई थी. बीते साल अक्टूबर 2024 में सेबी से इसे इन-प्रिंसिपल अप्रूवल मिल गया था. इसके बाद दो नई कंपनियों जियो ब्लैकरॉक एसेट मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड और जियो ब्लैकरॉक ट्रस्टी प्राइवेट लिमिटेड की स्थापना की गई थी. अब सेबी से फाइनल अप्रूवल मिलने के बाद यह जॉइंट वेंचर जल्द ही अपना पहला म्यूचुअल फंड लॉन्च करेगा.
65 लाख करोड़ की है MF इंडस्ट्री देश में म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री की बात करें, तो ये लगातार बड़ी होती जा रही है और वित्त वर्ष 2024-25 में इसका कुल एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) बढ़कर 65.74 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है, जो कि मार्च 2024 के 53.40 लाख करोड़ रुपये से करीब 23% ज्यादा है. नेट इनफ्लो की बात करें, तो ये 8.15 लाख करोड़ रुपये और इंडस्ट्री में फोलियो की संख्या 23.45 करोड़ तक पहुंच गई है. इसमें यूनिक इन्वेस्टर्स (5.67 करोड़), महिला निवेशक (1.38 करोड़) हैं.
इक्विटी स्कीम्स में सिस्टैमेटिक इनवेस्टमेंट प्लान यानी SIP का दबदबा है. सालाना योगदान की अगर बात करें, तो एसआईपी में ये 45.24% बढ़कर 2.89 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया है. SIP से जुड़ी AUM 3.35 लाख करोड़ रुपये है, जो इंडस्ट्री के कुल AUM का 20% होती है. इसके अलावा अन्य इक्विटी स्कीम्स को मिलाकर 33.4% की बढ़ोतरी देखने को मिली है और इनके फोलियो 16.38 करोड़ हो गए हैं. पूरे वित्त वर्ष में हाइब्रिड स्कीम्स में 16%, इंडेक्स फंड और ETF में 48.3% की बढ़त देखने को मिली है. हालांकि, डेट स्कीम्स में फोलियो 3 फीसदी घटे हैं.













