
पंजाबी कॉमेडियन Surinder Sharma का हुआ निधन, शोक में डूबी इंडस्ट्री
AajTak
सुरिंदर शर्मा ने छोटी उम्र में अपने करियर की शुरुआत की थी. थिएटर से लेकर फिल्मों तक में वह नजर आए थे. सुरिंदर शर्मा ने अपने अभिनय करियर की शुरुआत 'सत श्री अकाल' से की थी. इसके बाद उन्होंने ‘यारी जट्ट दी’, ‘आंख जट्ट दी’ नाम की फिल्मों में काम किया. उनके जाने से पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ गई है.
पंजाबी इंडस्ट्री के मशहूर कॉमेडियन, शायर और लेखक सुरिंदर शर्मा का निधन हो गया है. निधन की खबर के बाद पूरी पंजाबी इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ गई है. सुरिंदर शर्मा ने कई पंजाबी फिल्मों और कॉमेडी शो में काम किया है. वह पंजाबी मनोरंजन जगत में एक जाना-माना नाम थे. साथ ही उन्होंने कई टीवी शोज के जरिए भी लोगों को खूब एंटरटेन किया है.
सुरिंदर शर्मा का हुआ निधन
सुरिंदर शर्मा ने छोटी उम्र में अपने करियर की शुरुआत की थी. थिएटर से लेकर फिल्मों तक में वह नजर आए थे. सुरिंदर शर्मा ने अपने अभिनय करियर की शुरुआत 'सत श्री अकाल' से की थी. इसके बाद उन्होंने ‘यारी जट्ट दी’, ‘आंख जट्ट दी’ नाम की फिल्मों में काम किया. साथ ही उन्होंने आंखें मुटियार, देसी रोमियो, इक कुड़ी पंजाब दी जैसी मशहूर फिल्मों में काम किया.
अभिनय के अलावा सुरिंदर शर्मा ने एक टीचर के रूप में भी काम किया था. वह पंजाब यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर के रूप में कार्यरत थे. 27 जून को सुरिंदर शर्मा का चंडीगढ़ के श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया गया. अभी तक उनकी मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है. सुरिंदर का दुनिया से जाना पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री के लिए बड़ा झटका है.
Ram Gopal Varma के खिलाफ मुकदमा दर्ज, द्रौपदी मुर्मू पर किया था विवादित ट्वीट
सुरिंदर शर्मा से पहले पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री के बड़े जाने माने सितारे सिद्धू मूसेवाला का निधन हुआ था. सिद्धू की कुछ अनजान हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. यह हत्या पंजाब के मनसा के पास जवाहरके गांव में हुई थी. इस दौरान मूसेवाला के साथ कुछ और लोग भी थे, जिन्हें गोली लगी थी. हमले के तुरंत बाद मूसेवाला को अस्पताल लेकर जाया गया था, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था.

रूसी बैले डांसर क्सेनिया रयाबिनकिना कैसे राज कपूर की क्लासिक फिल्म मेरा नाम जोकर में मरीना बनकर भारत पहुंचीं, इसकी कहानी बेहद दिलचस्प है. मॉस्को से लेकर बॉलीवुड तक का उनका सफर किसी फिल्मी किस्से से कम नहीं. जानिए कैसे उनकी एक लाइव परफॉर्मेंस ने राज कपूर को प्रभावित किया, कैसे उन्हें भारत आने की इजाजत मिली और आज वो कहां हैं और क्या कर रही हैं.

शहनाज गिल ने बताया कि उन्हें बॉलीवुड में अच्छे रोल नहीं मिल रहे थे और उन्हें फिल्मों में सिर्फ प्रॉप की तरह इस्तेमाल किया जा रहा था. इसी वजह से उन्होंने अपनी पहली फिल्म इक कुड़ी खुद प्रोड्यूस की. शहनाज ने कहा कि वो कुछ नया और दमदार काम करना चाहती थीं और पंजाबी इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान बनाना चाहती थीं.

ओटीटी के सुनहरे पोस्टर भले ही ‘नई कहानियों’ का वादा करते हों, पर पर्दे के पीछे तस्वीर अब भी बहुत हद तक पुरानी ही है. प्लेटफ़ॉर्म बदल गए हैं, स्क्रीन मोबाइल हो गई है, लेकिन कहानी की कमान अब भी ज़्यादातर हीरो के हाथ में ही दिखती है. हीरोइन आज भी ज़्यादातर सपोर्टिंग रोल में नज़र आती है, चाहे उसका चेहरा थंबनेल पर हो या नहीं. डेटा भी कुछ ऐसी ही कहानी कहता है.










