
दिवालिया हुई अमेरिका की ये बड़ी कंपनी, एक समय था जलवा... जानिए बर्बादी के कारण
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1990 के दशक के अंत और 2000 के दशक की शुरुआत में यह सबसे बड़ी कंपनियों में से एक थीं. इसका पहला ब्रांड इतना लोकप्रिय था कि इसने अक्सर अपनी सर्विस को बढ़ावा देने वाले सुपर बाउल ऐड को खरीदा.
अमेरिका की एक कंपनी ने दिवालिया प्रक्रिया के लिए आवेदन किया है. ये कंपनी कभी ऑनलाइन बिजनेस में सबसे बड़ी हिस्सेदारी रखती थी, लेकिन आज इसकी स्थिति बेहद खराब हो चुकी है. यह कंपनी CareerBuilder और Monster है, जिनका मर्जर पिछले साल ही हुआ था और एक कंपनी बन गई थी. इसने मंगलवार को अध्याय 11 के तहत दिवालियापन संरक्षण के लिए आवेदन किया और कहा कि वह अपने कारोबार को बेचने की योजना बना रही है.
कैरियरबिल्डर और मॉन्स्टर के सितंबर में हुए मर्जर के माध्यम से निर्मित शिकागो स्थित कंपनी ने कहा कि वह अपने जॉब बोर्ड संचालन बिजनेस को Jobget को बेचने पर सहमत हो गई है. इस कंपनी ने संघीय और राज्य सरकारों के लिए अपने सॉफ्टवेयर सेवा व्यवसाय को कनाडाई सॉफ्टवेयर कंपनी वैल्सॉफ्ट को, मिलिट्री.कॉम और फास्टवेब.कॉम वेबसाइटों को कनाडाई मीडिया कंपनी
कैरियरबिल्डर + मॉन्स्टर ने संघीय और राज्य सरकारों के लिए अपने सॉफ्टवेयर सेवा व्यवसाय को कनाडाई सॉफ्टवेयर कंपनी वैल्सॉफ्ट को, तथा मिलिट्री.कॉम और फास्टवेब.कॉम वेबसाइटों को कनाडाई मीडिया कंपनी Valnet को बेचने पर भी सहमति व्यक्त की है. खरीदार 'स्टॉकिंग हॉर्स' बोलीदाताओं के रूप में कार्य करने के लिए सहमत हुए. हालांकि शर्त के बारे में खुलासा नहीं हुआ है.
कंपनी के पास कुल कितनी संपत्ति? डेलावेयर दिवालियापन कोर्ट में दायर किए गए कागजात के अनुसार, कैरियरबिल्डर + मॉन्स्टर के पास 50 मिलियन से 100 मिलियन डॉलर की संपत्ति और 100 मिलियन से 500 मिलियन डॉलर का लोन है. कंपनी दिवालियापन के बावजूद परिचालन जारी रखने के लिए 20 मिलियन डॉलर की फंडिंग जुटा रही है. एक बयान में CEO जेफ फुरमैन ने कैरियरबिल्डर + मॉन्स्टर ने एक 'चुनौतीपूर्ण और अनिश्चित व्यापक आर्थिक वातावरण' का सामना किया है, और न्यायालय की निगरानी में बिक्री प्रक्रिया ही मूल्य को अधिकतम करने और नौकरियों को संरक्षित करने का सबसे अच्छा तरीका है.
क्यों बर्बाद हुई कंपनी? रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी को एग्रीगेटर्स और लिंक्डइन जैसी सोशल मीडिया वेबसाइटों सहित अन्य नौकरी प्लेटफार्मों से प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है. मॉन्स्टर और करियरबिल्डर 1990 के दशक के अंत और 2000 के दशक की शुरुआत में सबसे बड़ी कंपनियों में से एक थीं. इसका पहला ब्रांड इतना लोकप्रिय था कि इसने अक्सर अपनी सर्विस को बढ़ावा देने वाले सुपर बाउल ऐड को खरीदा.
गौरतलब है कि कैरियरबिल्डर + मॉन्स्टर का स्वामित्व निजी इक्विटी फर्म अपोलो ग्लोबल मैनेजमेंट APO.N और डच स्टाफिंग कंपनी रैंडस्टैड RAND.AS के पास है. एलिक्सपार्टनर्स और लॉ फर्म लैथम एंड वॉटकिंस, कैरियरबिल्डर + मॉन्स्टर को पुनर्गठन के लिए सलाह दे रहे हैं.













