
जब 'बजरंगी भाईजान' के आखिरी सीन में मुन्नी चिल्लाई 'मामा, जय श्री राम...', जानें किसकी थी वो आवाज
AajTak
बजरंगी भाईजान के क्लाइमैक्स सीन को फिल्माने के बाद डायरेक्टर कबीर खान असमंजस में पड़ गए थे. क्योंकि मुन्नी की आवाज में वो फील नहीं आ रही थी, जो दर्शकों पर छाप छोड़े. वो थोड़ी कन्फ्यूजिंग थी, इसे ठीक करने में कबीर की मदद उनकी बेटी सायरा ने की थी.
'बजरंगी भाईजान' फिल्म के क्लाइमैक्स सीन में जब मुन्नी सरहद से चिल्ला कर कहती है- 'मामा...जय श्री राम...' तो शायद ही कोई होगा जो इस सीन को देख कर इमोशनल ना हुआ होगा. इस सीन ने दर्शकों के रोंगटे खड़े कर दिए थे. लेकिन ये क्लाइमैक्स इतना जानदार आखिरी मिनट पर बना था.
इसे फिल्माने के बाद डायरेक्टर कबीर खान असमंजस में पड़ गए थे. क्योंकि मुन्नी की आवाज में वो फील नहीं आ रही थी, जो दर्शकों पर छाप छोड़े. वो थोड़ी कन्फ्यूजिंग थी, इसे ठीक करने में कबीर की मदद उनकी बेटी सायरा ने की थी.
आधी रात क्लाइमैक्स पर कन्फ्यूजन
कबीर खान की बजरंगी भाईजान हिंदी सिनेमा की कल्ट क्लासिक फिल्मों में शुमार मानी जाती है. फिल्म में सलमान खान, करीना कपूर और हर्षाली मल्होत्रा लीड रोल में थे. सलमान और हर्षाली की मामा-भांजी वाली केमिस्ट्री ने हर किसी का दिल जीत लिया था. फिल्म के एक एक सीन पर ऑडियन्स खूब इमोशनल हुई थी. वहीं क्लाइमैक्स सीन पर तो आंखों से आंसू आ गए थे. क्योंकि फिल्म में मुन्नी यानी हर्षाली को ना बोल सकने वाली लड़की के किरदार में दिखाया गया, जिसकी आवाज आखिर में निकलती है जब सलमान सरहद पार करते हैं.
कबीर ने बताया- रात साढ़ ग्यारह बजे हम आखिरी बार एडिट देख रहे थे, अगले दिन सुबह प्रीमियर होना था. शूट के टाइम पर हर्षाली जो कह रही थी हमें सब समझ आ रहा था, लेकिन जब सुनने बैठे तो ये डाउट डाला रात में, कि कन्फ्यूजिंग लग रहा है. मैंने कहा ये नहीं समझ आया तो पूरी पिक्चर गई. मैंने सिक्योरिटी गार्ड्स को बुलाया और कहा कि हम आपको कुछ दिखा रहे हैं आप बताइये कि बच्ची क्या बोल रही है. दिखाया तो उनको समझ नहीं आया. फिर कुछ को बुलाया उनको भी समझ नहीं आया. मुझे लगा मर गए.
कबीर की बेटी ने की मदद

आशका गोराडिया ने 2002 में एक यंग टेलीविजन एक्टर के रूप में एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में कदम रखा था. 16 साल बाद उन्होंने सब कुछ छोड़ दिया. इसका कारण थकान नहीं, बल्कि एक विजन था. कभी भारतीय टेलीविजन के सबसे यादगार किरदार निभाने वाली आशका आज 1,800 करोड़ रुपये की वैल्यूएशन वाली कंपनी की कमान संभाल रही हैं.












