
चीन को यहां लगी करारी चोट... ट्रंप टैरिफ का बड़ा असर, अब क्या करेगा ड्रैगन?
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Trump Tariff Impact On China: अमेरिका के साथ चीन का ट्रेड वॉर बीते दिनों सुर्खियों में रहा, लेकिन फिर स्विट्जरलैंड में US-China के टॉप प्रतिनिधियों में टैरिफ को लेकर सहमति बनी और हाई टैरिफ घट गया, लेकिन इसके बाद भी टैरिफ का बुरा असर चीन की इकोनॉमी पर दिख रहा है.
भले ही अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के हाई टैरिफ को लेकर चीन से जारी ट्रेड वॉर में कुछ कमी आई है, लेकिन अमेरिकी टैरिफ से चीनी अर्थव्यवस्था (China Economy) पर दबाव बढ़ने लगा है. मई महीने में US Tariff ने China को तगड़ा झटका दिया है, जो शी जिनपिंग के लिए चिंता का सबब है. दरअसल, चीन की विनिर्माण गतिविधियां (China Manufacturing Activities) मई में सिकुड़ गई हैं. इकोनॉमी की गाड़ी को सही ट्रैक पर लाने की तमाम कोशिशों के बावजूद ड्रैगन कामयाब नहीं हो पा रहा है.
मैन्युफैक्चरिंग PMI घटकर यहां पहुंचा मई 2025 में चीन की विनिर्माण गतिविधि को लेकर हुए एक प्राइवेट सर्वे में जो आंकड़े सामने आई है, वो चीन के लिए झटका देने वाले हैं, क्योंकि मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई सितंबर 2022 के बाद से सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है. खास बात ये है कि अमेरिका के साथ जारी ट्रेड वॉर (US-China Trade War) लगभग थमने के बावजूद टैरिफ का बड़ा असर देखने को मिला है. वॉल स्ट्रीट जनरल की रिपोर्ट में बताया गया कि कैक्सिन मीडिया कंपनी और एसएंडपी ग्लोबल द्वारा मंगलवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई अप्रैल के 50.4 से घटकर मई में 48.3 पर आ गया.
लगातार दूसरे महीने आई गिरावट आधिकारिक PMI Data से पता चलता है कि ये लगातार दूसरा महीना है कि जबकि चीन की मैन्युफैक्चरिंग एक्टिविटीज सिकुड़ी हैं. कैक्सिन/एस एंड पी ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स की ओर से जारी किया गया ताजा आंकड़ा रॉयटर्स के 50.6 के औसत अनुमान से कम है. बता दें कि यह पिछले साल सितंबर के बाद पहली बार 50 से नीचे आया है. बता दें कि पीएमआई के 50 से नीचे रहना, संबंधित गतिविधियों में संकुचन को प्रदर्शित करता है, जबकि इसका 50 से ऊपर रहना ग्रोथ का संकेतक होता है.
डिमांड में कमी से बिगड़े हालात रिपोर्ट में सर्वे के हवाले से कहा गया कि चीन में जॉब मार्केट की स्थिति निराशाजनक बनी हुई है और रोजगार में लगातार दूसरे महीने कमी आई है. जनवरी के बाद से ये मई में सबसे तेजी से घटी है. कैक्सिन के मुताबिक, मई में विदेशी मांग में गिरावट (Demand Fall In China) तेज हो गई, नए निर्यात ऑर्डर के लिए गेज जुलाई 2023 के बाद से अपने सबसे निचले स्तर पर आ गया. इसमें बताया गया कि बिक्री में गिरावट और निर्यात में देरी के चलते चीनी फैक्ट्रियों ने तैयार माल का स्टॉक जमा हो गया और देश में घरेलू फाइनेंशियल क्राइसिस बढ़ गया है.
अब चीन पर इतना US टैरिफ Wall Street Journal की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले महीने स्विट्जरलैंड में अमेरिका और चीन के शीर्ष व्यापार प्रतिनिधियों के बीच हुई बैठक के बाद चीनी आयात पर लगाया गया 145% टैरिफ 90 दिनों के लिए रोक दिया था, जिनमें से ज्यादातर अप्रैल 2025 में प्रभावी हुए थे. थिंक टैंक पीटरसन इंस्टीट्यूट फॉर इंटरनेशनल इकोनॉमिक्स के अनुसार, इसके बाद चीन से आयातित वस्तुओं पर US Tariff On China घटकर 51.1% रह गया है, जबकि अमेरिकी आयात पर चीन का शुल्क (China Tariff On US) 32.6% है. लेकिन इसके बाद भी चीन की हालत में सुधार नहीं दिखा है.













