
कभी की थी सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी, अब गाजियाबाद का ये शख्स बना 2024 का पहला अरबपति!
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कभी सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करने वाला शख्स आज दुनिया में अरबपतियों की लिस्ट में शामिल हो चुका है. पालो ऑल्टो नेटवर्क्स इंक के CEO निकेश अरोड़ा साल 2024 के पहले अरबपति बने हैं.
कभी सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करने वाले और खर्च चलाने के लिए बर्गर बेचने वाले शख्स ने आज दुनिया में इतिहास रच दिया है. ये शख्स साल 2024 का पहल अरबपति (2024 First billionaire) बन चुका है, जिसके पास अरबों की दौलत आ चुकी है. यह व्यक्ति कोई और नहीं बल्कि साइबर सिक्योरिटी फर्म पालो ऑल्टो नेटवर्क्स (Palo Alto Networks) के CEO निकेश अरोड़ा (Nikesh Arora) हैं. पहले ये सॉफ्टबैंक के COO थे.
ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के अनुसार, अरोड़ा की कुल संपत्ति अब 1.5 बिलियन डॉलर है. भारतीय मूल के निकेश अरोड़ा (Nikesh Arora) सबसे ज्यादा पैकेज पाने वाले दुनिया के तीसरे CEO भी हैं. इन्हें पालो अल्टो नेटवर्क ने साल 2018 में 860 करोड़ रुपये सालाना के पैकेज पर हायर किया था. इसके अलावा 125 मिलियन डॉलर के बराबर शेयर और 10 लाख डॉलर सैलरी और इतनी ही रकम टारगेट बोनस दिया गया था.
अरोड़ा के पास कंपनी के इतने शेयर 2023 में अरोड़ा ने अपनी स्थिति का लाभ उठाया और अपने कुछ स्टॉक विकल्पों का प्रयोग करते हुए लगभग 30 करोड़ डॉलर मूल्य के शेयर बेचे. अरोड़ा के 2023 मुआवजे पैकेज में अधिकतम 750,000 स्टॉक पुरस्कार मिले हैं, जिसकी मौजूदा समय में वैल्यू 2.20 करोड़ डॉलर से अधिक है.
गूगल के सबसे महंगे कर्मचारी का रिकॉर्ड निकेश के नाम एक और रिकॉर्ड दर्ज है, वे पहली बार गूगल के सबसे महंगे कर्मचारी बनने पर चर्चा में आए थे. साल 2012 में गूगल ने इन्हें 5.1 करोड़ डॉलर का पैकेज दिया था, जो किसी भी दूसरे एग्जीक्यूटिव की तुलना में ज्यादा था. इसके बाद उन्होंने सॉफ्टबैंक को ज्वाइंन किया था.
सॉफ्टबैंक में इतने साल तक किया काम निकेश 2014 में सॉफ्टबैंक से जुड़े और उन्हें सॉफ्टबैंक ने पहले साल में ही 13.5 करोड़ रुपये का पैकेज दिया था. इस पैकेज की चर्चा न सिर्फ जापान में की जा रही थी, बल्कि पूरी दुनिया में इतना पैकेज चुनिंदा ग्लोबल एग्जीक्यूटिव्स को मिल रही थीं. यहां पर उन्होंने चार साल से ज्यादा वक्त तक काम किया. हालांकि इसके बाद इन्होंने 2018 में टेक कंपनी पालो ऑल्टो नेटवर्क्स ज्वाइंन कर लिया.
सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी की अमेरिका में पढ़ाई करने के लिए निकेश ने अपने पिता से 75 हजार रुपए उधार लिए थे. हालांकि ये पैसे काफी कम थे. निकेश ने एक इंटरव्यू में बताया था कि यूएस में पढ़ाई का खर्च उठाने लिए उन्हें और पैसों की आवश्यकता थी, जिसके बाद उन्होंने बर्गर शॉप सेल्समेन और सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी की.













