
इस कदम से दुनिया को संकट में डाल सकता है ईरान... लेकिन नहीं करेगा ये गलती, समझें कच्चे तेल का कनेक्शन
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इजरायल के हमले के बाद ईरान ने इमरजेंसी का ऐलान किया है. वहीं अपना एयरस्पेस भी बंद कर दिया है. कच्चे तेल का दाम एक ही दिन में 8 फीसदी तक महंगा हो चुका है. वहीं एक्सपर्ट्स का अनुमान है कि यह कीमत और ज्यादा प्रभवित हो सकती है.
ईरान और इजरायल के बीच संघर्ष (Iran Israel Conflict) अब और तेज हो गया है. इजरायल ने शुक्रवार तड़के 'ऑपरेशन राइजिंग लायन' के तहत ईरान के कई ठिकानों पर हमला किया था, हमला में 6 वैज्ञानिक और कई मिलिट्री कमांडर मार गिराये थे. इसके जवाब में ईरान ने पलटवार किया और हमले का कड़ा जवाब देते हुए ‘ट्रू प्रॉमिस थ्री’ ऑपरेशन के तहत 100 से ज्यादा मिसाइलें दागी हैं.
इजरायल के हमले के बाद ईरान ने इमरजेंसी का ऐलान किया है. वहीं अपना एयरस्पेस भी बंद कर दिया है. कच्चे तेल का दाम एक ही दिन में 8 फीसदी तक महंगा हो चुका है. वहीं एक्सपर्ट्स का अनुमान है कि यह कीमत और ज्यादा प्रभवित हो सकती है. यह भी अंदेशा जताया जा रहा है कि भारत के लिए लॉजिस्टिक एक्सपोर्ट- इम्पोर्ट प्रभावित होगा और एक्सपोर्ट का कॉस्ट 20% तक महंगा हो सकता है.
ईरान के इस कदम से दुनिया में आ सकता है संकट ईरान-इजरायल संघर्ष (Iran Israel Tension) के बीच बढ़ती आशंकाओं को लेकर दुनिया को एक और टेंशन सता रहा है. ऐसा कहा जा रहा है कि Iran होर्मुज जलडमरूमध्य (Strait of Hormuz) को बंद कर सकता है. अगर वह यह बंद करता है तो दुनिया में कच्चे तेल का संकट भी आ सकता है, क्योंकि यह दुनिया का सबसे व्यस्त तेल मार्ग है और मार्ग बंद होने से क्रूड ऑयल की सप्लाई बाधित हो सकती है. हालांकि कई रक्षा विश्लेषकों और ऊर्जा अर्थशास्त्रियों का मानना है कि ईरान द्वारा होर्मुज जलडमरूमध्य को पूरी तरह से बंद करना बेहद असंभव है.
ईरान उठा सकता है ये कदम? एक्सपर्ट्स का कहना है कि ईरान होर्मुज जलडमरूमध्य को बंद करने का रिस्क नहीं उठाएगा. उनका विचार है कि तेहरान बयानबाजी बढ़ा सकता है या जहाजों को परेशान कर सकता है, लेकिन दुनिया के सबसे व्यस्त तेल मार्ग को रोकना आर्थिक रूप से खुद को नुकसान पहुंचाने वाला काम होगा.
यह अटकलें इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव को लेकर लगाई जा रही है. कट्टरपंथी आवाजों ने होर्मुज को अवरुद्ध करने का विचार पेश किया है. यह एक ऐसा संकीर्ण चोकपॉइंट है, जिसके माध्यम से प्रतिदिन 20% ग्लोबल तेल जाता है.
पूरी तरह से क्यों नहीं हो सकता बंद?













