
अडानी की कंपनी को बांग्लादेश ने किया 3282 करोड़ का पेमेंट, क्या आपके पास है ये स्टॉक
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घरेलू राजनीतिक अस्थिरता से बढ़ी आर्थिक चुनौतियों के बाद बांग्लादेश और अडानी पावर के बीच 2017 के बिजली आपूर्ति समझौते की जांच की हो रही है. राजनीतिक अस्थिरता के कारण बंग्लादेश पीएम शेख हसीना को पद से हटा दिया गया था, जिसके बाद उस देश की वित्तीय स्थिति खराब हो गई.
बांग्लादेश ने जून में बिजली आपूर्ति समझौते के तहत अडानी की कंपनी को 384 मिलियन डॉलर (करीब 3282 करोड़ रुपये) का पेमेंट करके अपने बकाया को कम कर दिया है. इस पेमेंट के साथ ही बांग्लादेश ने अब तक करीब 2 अरब डॉलर में से लगभग 1.5 अरब डॉलर का बकाया चुका दिया है, लेकिन अभी भी बांग्लादेश Adani Power को करीब 500 मिलियन डॉलर देगा.
गौरतलब है कि घरेलू राजनीतिक अस्थिरता से बढ़ी आर्थिक चुनौतियों के बाद बांग्लादेश और अडानी पावर के बीच 2017 के बिजली आपूर्ति समझौते की जांच की हो रही है. राजनीतिक अस्थिरता के कारण बंग्लादेश पीएम शेख हसीना को पद से हटा दिया गया था, जिसके बाद उस देश की वित्तीय स्थिति खराब हो गई.
इन वित्तीय कठिनाइयों के कारण, बांग्लादेश को अपने भुगतान दायित्वों को पूरा करने में कठिनाई हुई, जिसके कारण अडानी पावर को नवंबर 2024 में बिजली आपूर्ति आधी करनी पड़ी. हालांकि, जैसे ही बांग्लादेश ने अपने मासिक बकाया का भुगतान करना शुरू किया, मार्च 2025 में पूरी आपूर्ति फिर से शुरू कर दी गई.
Adani Power ने कथित तौर पर जनवरी से जून 2025 तक की अवधि के लिए लगभग 20 मिलियन डॉलर की राशि के विलंबित भुगतान अधिभार को माफ करने पर सहमति व्यक्त की है, बशर्ते बांग्लादेश अपनी भुगतान के नियमों का पालन करे. Adani Power के प्रवक्ता ने भुगतानों की पुष्टि की, लेकिन 'दावा किए गए' और 'सहमत' बकाया राशि के बारे में ज्यादा जानकारी शेयर नहीं की. उन्होंने कहा कि ये चर्चाएं प्राइवेट हैं.
बांग्लादेश की हालत खराब! बांग्लादेश को बिजली, कोयला और तेल जैसे आवश्यक आयातों को कवर करने के लिए आवश्यक पर्याप्त विदेशी मुद्रा राजस्व पैदा करने में चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. देश के विदेशी भंडार में गिरावट आई है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की कमी बढ़ गई है और राजनीतिक अशांति बढ़ गई है. इस अशांति के कारण अंतरिम सरकार ने मौजूदा $4.7 बिलियन के बेलआउट पैकेज के अलावा IMF से अतिरिक्त वित्तीय सहायता का अनुरोध किया है.
ये कंपनियां बांग्लादेश को देती है बिजली मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम प्रशासन ने अडानी बिजली सौदे सहित मौजूदा समझौतों को अपारदर्शी करार दिया है और इन सौदों की फिर से जांच करने के लिए एक उच्च स्तरीय समिति के गठन की पहल की है. अडानी पावर के अलावा, NTPC और PTC इंडिया जैसी अन्य भारतीय कंपनियां भी बांग्लादेश को बिजली देती हैं.













