
Exclusive: इंडस्ट्री में जबरदस्ती नहीं उठाता कोई फायदा, कान्स में क्यों पहना मोदी नेकलेस, खुद रुचि गुज्जर ने बताया
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रुचि ने आजतक से बातचीत में उर्फी के कान्स 2025 का वीजा कैंसिल होने पर बात की. उन्होंने कहा कि वो न्यूडिटी परोसती हैं, इसलिए उनका वीजा कैंसिल किया गया. समाज को बिगाड़ने में उर्फी का बड़ा हाथ है. रुचि ने बॉलीवुड में एंट्री का आसान तरीका भी बताया, कैसे मिस हरियाणा बनने के बाद उन्होंने खुद की राह बनाई. इस पूरे सफर पर खास बातचीत.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फोटो लगी नेकलेस पहनकर जब एक्ट्रेस रुचि गुज्जर ने कान्स फिल्म फेस्टिवल के ब्लू कारपेट पर वॉक किया तो हलचल ही मच गई. रुचि ने इंटरनेशनल प्लेटफॉर्म पर सुर्खियां बटोरी और हर किसी का ध्यान अपनी ओर खींच लिया. इंटरनेट पर तो तेजी से रुचि गुज्जर कौन हैं ये सर्च किया ही गया. साथ ही लोगों में ये जानने की एक्साइटमेंट भी खूब देखने को मिली कि रुचि ने वो नेकलेस आखिर क्यों पहना था?
रुचि ने आजतक से एक्सक्लुसिव बात की और बताया कि मोदी नेकलेस पहनने के पीछे की वजह क्या थी. रुचि ने बताया कि हालांकि वो असली सोने से नहीं बना था लेकिन उससे बहुत सारी भावनाएं जुड़ी थी, जिसकी कोई कीमत नहीं होती है.
'पीएम मोदी नेकलेस' पहनने का क्यों सोचा?
रुचि बोलीं- ये आइडिया मेरा खुद का था. मैंने ऑपरेशन सिंदूर से इंस्पायर होकर ये किया. उस वक्त पर क्या था कि हमारा कान्स में जाना फिक्स हो चुका था. हमारे फ्लाइट्स की टिकट बुक थीं. फिर अचानक से वो तनाव शुरू हो गया और नरेंद्र मोदी जी ने जवाबी कार्रवाई की. उनकी लीडरशिप तो मैं बहुत पहले से ही पसंद करती हूं. लेकिन तब बहुत उस कदम ने मुझे बहुत हैरान किया था. क्योंकि क्या था कि मैं सोच में बैठी थी कि जाऊंगी या नहीं जाऊंगी. क्या होगा क्या नहीं होगा. उस वक्त पर उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया और उसमें हमें सक्सेस भी मिली.
सारी फ्लाइट्स चालू हो गईं, उसके बाद हम फ्री हो गए थे. मेरे आइडियल तो वो पहले से ही हैं, लेकिन इसके बाद अलग जुनून आ गया कि कुछ करूं. पहले मेरा आइडिया था कि मैं मेरे कल्चर को प्रेजेंट करूं. लेकिन फिर मैंने सोचा कि क्यों न मैं अपने देश को प्रमोट करूं. हमारे पीएम से ही हमारे देश की पहचान है. हमारे प्राइम मिनिस्टर के नाम से ही हम पहचाने जाते हैं. तो ये आइडिया मुझे अच्छा लगा, थोड़ा यूनिक था. लेकिन मेरे पिता ने मुझे बहुत ब्रेव बनाया है, और कहते हैं कि जो सही लगे वो करो. तो मैंने हमारे पीएम जो देश के लिए इतना करते हैं उनको सम्मान दिया.
'हाथ को सिंदूर से किया लाल'

आशका गोराडिया ने 2002 में एक यंग टेलीविजन एक्टर के रूप में एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में कदम रखा था. 16 साल बाद उन्होंने सब कुछ छोड़ दिया. इसका कारण थकान नहीं, बल्कि एक विजन था. कभी भारतीय टेलीविजन के सबसे यादगार किरदार निभाने वाली आशका आज 1,800 करोड़ रुपये की वैल्यूएशन वाली कंपनी की कमान संभाल रही हैं.












