
8 साल से बन रही झूलन गोस्वामी की बायोपिक कहां हुई गायब... क्या कभी रिलीज होगी अनुष्का की फिल्म?
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भारतीय महिला क्रिकेट टीम का वर्ल्ड कप जीतना, देश के करोड़ों क्रिकेट प्रेमियों का एक अधूरा सपना था. ये सपना तो अब पूरा हो चुका. लेकिन हमारी इस टीम को जिंदगी के 20 साल देने वालीं आइकॉन झूलन गोस्वामी पर एक फिल्म बननी शुरू हुई थी. इस फिल्म को स्क्रीन पर देखना आज भी एक सपना ही है.
महिला क्रिकेट वर्ल्ड कप में भारतीय टीम की जीत का जश्न अभी भी जारी है. देश के करोड़ों क्रिकेट फैन्स का एक अधूरा सपना पूरा हुआ, जो अबतक कई बार टूट चुका था. ये सपना सिर्फ क्रिकेट प्रेमियों का ही नहीं था. उन तमाम महिला क्रिकेटर्स का भी था जिन्होंने अपना पूरा करियर इस ट्रॉफी के लिए लड़ते हुए निकाल दिया मगर इसे छू नहीं पाईं.
इनमें से एक नाम झूलन गोस्वामी का भी है. भारत ने वर्ल्ड कप ट्रॉफी जीती, तो महिला क्रिकेट के सपोर्टर्स का एक बड़ा सपना पूरा हुआ. मगर झूलन के फैन्स का एक सपना अभी भी अधूरा है, उनकी कहानी बड़े पर्दे पर देखना. एक वक्त था जब ये सपना पूरा होने के बहुत करीब था लेकिन फिर खबरों में बनी हुई ये फिल्म जैसे हवा में गायब हो गई.
महिला क्रिकेट की आइकॉन- झूलन गोस्वामी दाएं हाथ की तेज गेंदबाज झूलन गोस्वामी, भारतीय महिला क्रिकेट ही नहीं, इंटरनेशनल क्रिकेट में एक आइकॉन का दर्जा रखती हैं. 20 साल भारतीय टीम को देने वालीं झूलन, महिलाओं के वनडे इंटरनेशनल मैचों में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाली क्रिकेटर हैं. झूलन, भारतीय महिला क्रिकेट टीम के लिए सबसे ज्यादा वर्ल्ड कप खेल चुकीं खिलाड़ियों में से एक हैं. लगभग दो बार वर्ल्ड कप ट्रॉफी के बेहद करीब पहुंचकर, उसे ना छू पाने की टीस झूलन को कैसी थी ये रविवार के फाइनल में उनकी कमेंट्री से ही पता चल रहा था. जब भारत ने फाइनली ये मैच जीता तो वो कमेंट्री बॉक्स में खुशी से उछल रही थीं, उनकी आंखों से आंसू बह रहे थे.
पश्चिम बंगाल के चकदाहा से आने वालीं झूलन को 'चकदा एक्सप्रेस' भी बुलाया जाता है. और यही उनकी उस बायोपिक का टाइटल भी था, जिसमें अनुष्का शर्मा काम कर रही थीं. ये फिल्म बननी शुरू भी हुई थी, झूलन के रोल में अनुष्का का पोस्टर भी आया था. अनाउंसमेंट वीडियो तक शेयर किया गया था. मगर फिर अचानक ये फिल्म कहीं गायब हो गई.
बनते-बनते कैसे गायब हुई झूलन की बायोपिक? झूलन गोस्वामी की बायोपिक अपने आप में एक केस स्टडी है कि कैसे कई बार दमदार फिल्में बननी शुरू तो होती हैं मगर दर्शकों के सामने नहीं पहुंच पातीं. और इसकी वजह होती है मेकर्स के आपसी पंगे. झूलन गोस्वामी की बायोपिक करीब 8 साल पहले, पहली बार खबरों में आई थी. मगर आजतक इसे बड़े पर्दे पर देखना एक सपना ही है. चलिए बताते हैं इन 8 सालों में क्या क्या हुआ...
2017: पहली बार अनाउंस हुआ था कि भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की बायोपिक की तरह, झूलन पर भी बायोपिक बनेगी. बंगाली फिल्में बना चुके डायरेक्टर सुशांत दास ने 'चकदाहा एक्सप्रेस' नाम से फिल्म अनाउंस की. उन्होंने अगले साल यानी 2018 में, शूट शुरू करने की बात कही. सुशांत ने ये भी कहा कि इसका शूट चकदाहा से लंदन तक होगा. मगर फिर कई साल ये प्रोजेक्ट डेवलपमेंट में ही रहा.

आशका गोराडिया ने 2002 में एक यंग टेलीविजन एक्टर के रूप में एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में कदम रखा था. 16 साल बाद उन्होंने सब कुछ छोड़ दिया. इसका कारण थकान नहीं, बल्कि एक विजन था. कभी भारतीय टेलीविजन के सबसे यादगार किरदार निभाने वाली आशका आज 1,800 करोड़ रुपये की वैल्यूएशन वाली कंपनी की कमान संभाल रही हैं.












