
सलमान खान के बदले अंदाज, बिग बॉस के सहारे कर रहे अपनी 'इमेज क्लीन'?
AajTak
सलमान खान का नाम कई विवादों में सामने आया है. इतने साल के करियर में कई लोगों ने उनके खिलाफ बयानबाजी की है. लेकिन दबंग खान ने कभी इन बातों पर रिएक्ट नहीं किया है. लेकिन अब सलमान के तेवर बदल चुके हैं. बिग बॉस में वो खुद को लगे आरोपों पर सफाई देते दिख रहे हैं.
बॉलीवुड के दबंग सलमान खान का इंडस्ट्री में ऐसा रुतबा है कि कोई भी उनसे पंगा नहीं लेना चाहता. इस बीच कुछ चुनिंदा लोग ऐसे हैं जिन्होंने भाईजान से दुश्मनी मोल ली. सलमान खान को लेकर कई तरह की अफवाह उड़ती आई हैं. मगर कम ही ऐसा होता है जब एक्टर ने इन बातों पर रिएक्ट किया हो. लेकिन अब सलमान का आरोपों पर चुप्पी साधने का अंदाज बदल गया है.
वो इशारों में अपने हेटर्स को जवाब देने लगे हैं. क्योंकि सलमान इंटरव्यू और पॉडकास्ट में कम नजर आते हैं. ऐसे में दबंग खान अपने शो बिग बॉस में कभी मस्ती मजाक में तो कभी कंटेस्टेंट्स को सलाह देते हुए खुद की इमेज क्लीन करते नजर आए हैं.
बिश्नोई गैंग
सबसे पहले उन्होंने ऐसा लॉरेंस बिश्नोई के खिलाफ किया था. जब दबंग खान को जान से मारने की बैक-टू बैक धमकियां मिल रही थीं, उनके घर गैलेक्सी अपार्टमेंट पर गैंगस्टर की तरफ से फायरिंग कराई गई थी. तब एक्टर ने खतरा देखते हुए भी बिग बॉस की शूटिंग की. वहां से लॉरेंस की गैंग को बताया कि वो इन धमकियों से डरे नहीं हैं. वो अपना काम जारी रखेंगे.
अभिनव कश्यप
सीजन 19 को ऑनएयर हुए डेढ़ महीना हो चुका है. इस बीच वो फिल्ममेकर अभिनव कश्यप, एआर मुरुगादॉस के तीखे बयानों का जवाब दे चुके हैं. दबंग फिल्म के डायरेक्टर अभिनव कश्यप ने एक पॉडकास्ट में सलमान को काफी भला बुरा कहा था. उन्हें गुंडा, मवाली और अपराधी कहा था. एक्टर की फैमिली पर कमेंट किया था. अभिनव की बातों का सलमान खान बिग बॉस 19 में दो बार जवाब दे चुके हैं. बीते एपिसोड में भी एक्टर ने अभिनव पर तीखा वार किया.

रूसी बैले डांसर क्सेनिया रयाबिनकिना कैसे राज कपूर की क्लासिक फिल्म मेरा नाम जोकर में मरीना बनकर भारत पहुंचीं, इसकी कहानी बेहद दिलचस्प है. मॉस्को से लेकर बॉलीवुड तक का उनका सफर किसी फिल्मी किस्से से कम नहीं. जानिए कैसे उनकी एक लाइव परफॉर्मेंस ने राज कपूर को प्रभावित किया, कैसे उन्हें भारत आने की इजाजत मिली और आज वो कहां हैं और क्या कर रही हैं.

शहनाज गिल ने बताया कि उन्हें बॉलीवुड में अच्छे रोल नहीं मिल रहे थे और उन्हें फिल्मों में सिर्फ प्रॉप की तरह इस्तेमाल किया जा रहा था. इसी वजह से उन्होंने अपनी पहली फिल्म इक कुड़ी खुद प्रोड्यूस की. शहनाज ने कहा कि वो कुछ नया और दमदार काम करना चाहती थीं और पंजाबी इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान बनाना चाहती थीं.

ओटीटी के सुनहरे पोस्टर भले ही ‘नई कहानियों’ का वादा करते हों, पर पर्दे के पीछे तस्वीर अब भी बहुत हद तक पुरानी ही है. प्लेटफ़ॉर्म बदल गए हैं, स्क्रीन मोबाइल हो गई है, लेकिन कहानी की कमान अब भी ज़्यादातर हीरो के हाथ में ही दिखती है. हीरोइन आज भी ज़्यादातर सपोर्टिंग रोल में नज़र आती है, चाहे उसका चेहरा थंबनेल पर हो या नहीं. डेटा भी कुछ ऐसी ही कहानी कहता है.










