सरकारी सुविधाओं का लाभ-चुनाव लड़ सकेंगे... CAA से जिन्हें नागरिकता मिली, उनके लिए क्या कुछ बदल जाएगा?
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इस साल 11 मार्च को नागरिकता संशोधन कानून के नियम आने के दो-तीन महीने बाद 14 लोगों को भारतीय नागरिकता का सर्टिफिकेट मिल गया है. ये पहली बार है जब सीएए के तहत शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता मिली है. ऐसे में जानते हैं कि भारतीय नागरिकता मिलने के बाद इनके लिए क्या कुछ बदल जाएगा?
नागरिकता संशोधन कानून (CAA) लागू होने के बाद अब शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता मिलनी शुरू हो गई है. बुधवार को 14 लोगों को नागरिकता का सर्टिफिकेट सौंपा गया. ये पहली बार है, जब सीएए के तहत नागरिकता दी गई है.
इन 14 लोगों को गृह सचिव अजय कुमार भल्ला ने नागरिकता के सर्टिफिकेट हैंड टू हैंड दिए. न्यूज एजेंसी ने बताया कि कई सैकड़ों और लोगों को भी ईमेल के जरिए सर्टिफिकेट भेजा गया है.
गृह मंत्री अमित शाह ने X पर लिखा, 'सीएए के माध्यम से पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से धार्मिक प्रताड़नाओं के कारण भारत आए हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई भाई-बहनों को भारत की नागरिकता मिलनी शुरू हो गई है.'
11 साल पहले पाकिस्तान के सिंध प्रांत से आए भरत कुमार ने नागरिकता मिलने पर कहा कि इससे उन्हें नई जिंदगी मिल गई है. भरत जब 13 साल के थे, तब उनका परिवार भारत आ गया था. उनका परिवार दिल्ली के मजनू का टीला में रहता था.
सीएए के कानून बनने के बाद पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए हिंदू, सिख, ईसाई, जैन, बौद्ध और ईसाई धर्म के ऐसे लोगों को भारतीय नागरिकता मिलना आसान हो गया है, जो 31 दिसंबर 2014 को या उससे पहले भारत आ चुके थे.
बहरहाल, नागरिकता का सर्टिफिकेट मिलने के बाद इन लोगों की जिंदगी में काफी बदलाव भी आने वाला है. सबसे बड़ा फायदा तो यही होगा कि इनके पास अब स्थायी पहचान होगी. अब तक जो लोग शरणार्थी के तौर पर रह रहे थे, अब वो भारतीय नागरिक के रूप में रहेंगे. इसके साथ ही अब इन्हें भी वो सब अधिकार मिल जाएंगे, जो एक भारतीय नागरिक के पास हैं.
कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने एक बयान में कहा है कि पिछले 4 वर्षों से खबरें आ रही हैं कि चीन भारतीय सीमा में प्रवेश कर रहा है. सरकार इन मुद्दों पर स्पष्ट जानकारी नहीं दे रही है, जिससे संदेह पैदा हो रहा है. पीएम नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि वह हमेशा सब कुछ छुपाने की कोशिश में रहते हैं. इसका परिणाम यह है कि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि दोनों देशों के बीच क्या समझौता हुआ है. इस स्थिति ने कई लोगों को चिंतित कर दिया है.