
शाहरुख का 'चक दे इंडिया' गाना सात बार हुआ था रिजेक्ट, फिर कैसा बना ये आइकॉनिक सेलिब्रेशन थीम?
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फिल्म 'चक दे इंडिया' का टाइटल सॉन्ग बनाने वाले कंपोजर सलीम सुलेमान बताते हैं कि इस गाने को पहले 7 बार रिजेक्ट किया गया. लेकिन फिर प्रोड्यूसर आदित्य चोपड़ा के कारण ये गाना बन पाया.
शाहरुख खान की फिल्म 'चक दे इंडिया' वैसे तो कई मायनों में आइकॉनिक है. लेकिन इसका टाइटल ट्रैक एकलौता ऐसा है जिसे हर बड़े मौके पर याद किया जाता है. जब भी इंडिया स्पोर्ट्स में जीतता है, तो इस गाने को सेलिब्रेशन के तौर पर बजाया जाता है. 'चक दे इंडिया' गाना आज के समय में भी लोगों के अंदर देशभक्ति जगाने का काम करता है.
क्या है आइकॉनिक सेलिब्रेशन सॉन्ग 'चक दे इंडिया' की कहानी?
हाल ही में 'चक दे इंडिया' गाने के कंपोजर सलीम-सुलेमान लल्लनटॉप में आए, जहां उन्होंने इस गाने और फिल्म को लेकर कई सारी बातें शेयर की. उन्होंने बताया कि फिल्म का टाइटल पहले सिर्फ 'चक दे' था, लेकिन बाद में प्रोड्यूसर आदित्य चोपड़ा ने इसमें 'इंडिया' शब्द जोड़ा. जब सलीम-सुलेमान ने इसका टाइटल ट्रैक बनाना शुरू किया, तब वो करीब 7 बार रिजेक्ट हो गया.
मेकर्स दरअसल कंपोजर्स से एक ऐसा गाना चाहते थे जो सेलिब्रेशन जैसा लगे, लेकिन साथ ही लोगों के अंदर देशभक्ति भी जगाए. सुलेमान ने बताया, 'हमने गाने के 3-4 वर्जन बना दिए थे, लेकिन मेकर्स को कुछ भी पसंद नहीं आ रहा था. कहीं ना कहीं ये सब देखकर हमारा भी मन उठ चुका था. सलीम ने कहा कि इन लोगों को समझ नहीं आ रहा है कि हम क्या बनाना चाह रहे हैं.'
'हम फिल्म छोड़ देते हैं. लेकिन मैंने कहा कि ये फिल्म बहुत शानदार है. मेकर्स फिल्म के एडिटिंग पर काम शुरू करने वाले थे. उन्होंने हमें कुछ सीन्स दिखाए.' सलीम ने आगे बताया, 'हम 5-6 वर्जन बना चुके थे, लेकिन बात नहीं बन रही थी. मैंने सुलेमान से कहा कि हम फिल्म पर काम नहीं करते हैं. इतनी अच्छी फिल्म है. हम गंदा काम कर रहे हैं. गाने किसी को पसंद नहीं आ रहे, तो क्यों हम ये फिल्म कर रहे हैं?'
कैसे आदित्य चोपड़ा के एक आइडिया से बना 'चक दे इंडिया' गाना?













