
रानी को नेशनल अवॉर्ड मिलने की खबर सुनकर रोने लगी थीं मां, एक्ट्रेस ने बताई वजह
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साल 2005 में संजय लीला भंसाली के निर्देशन में बनी फिल्म 'ब्लैक' रिलीज हुई थी. इस फिल्म में रानी मुखर्जी ने एक अंधी-गूंगी लड़की के रोल में बेहतरीन काम किया था. एक्ट्रेस से पूछा गया कि क्या उन्हें लगा था कि 'ब्लैक' के लिए उन्हें नेशनल अवॉर्ड मिलना चाहिए था. इसके जवाब में उन्होंने एक किस्सा सुनाया.
अपनी फिल्म 'मिसेज चटर्जी वर्सेस नॉर्वे' के लिए नेशनल अवॉर्ड जीतने के बाद रानी मुखर्जी सांतवें आसमान पर हैं. रानी मुखर्जी को बेस्ट एक्ट्रेस कैटेगरी में अपना पहला नेशनल अवॉर्ड मिला. इसके बाद एक्ट्रेस ने मुंबई में हुए इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2025 में शिरकत की. यहां एक्ट्रेस ने अपने करियर, सिनेमा में आए बदलाव और अपनी आदित्य चोपड़ा संग रिश्ते पर बात की.
शाहरुख संग नेशनल अवॉर्ड मिलना था खास
1996 में रानी मुखर्जी का करियर शुरू हुआ था. 2025 में उन्होंने अपना पहला नेशनल अवॉर्ड जीता. इवेंट में रानी से पूछा गया कि ये अवॉर्ड लगभग 30 सालों बाद मिलना उनके लिए क्या मायने रखता है. रानी ने बताया कि वह इन सभी सालों में एक घोड़े की तरह रही, चश्मा लगाकर. एक फिल्म की सफलता स्टार्स के हाथ में नहीं होती. हम फिल्म करते हैं और फिर ऑडियंस की मर्जी होती है कि क्या हिट होगा और क्या होगा. शाहरुख और मैंने साथ में, एक ही वक्त इस अवॉर्ड को जीता, तो ये और खास हो गया.
रानी मुखर्जी से पूछा गया कि क्या उन्होंने सोचा था कि ये नेशनल अवॉर्ड उन्हें कभी मिलेगा या फिर कभी नहीं मिलेगा. रानी ने कहा कि मैं श्रद्धा और सबूरी में विश्वास रखती हूं. मैं इसे हमेशा अपनी जिंदगी में रखती हूं. मुझे जो मिलता है, मैं उसकी आभारी हूं. जो नहीं मिलता, उसके लिए भी आभारी हूं.
फिल्म 'कुछ कुछ होता है' का जिक्र होने पर रानी मुखर्जी ने करण जौहर का शुक्रिया अदा किया. उन्होंने कहा कि भगवान का शुक्र है कि ये फिल्म (कुछ कुछ होता है) हुई. मैं करण जौहर की शुक्रगुजार हूं कि उन्होंने फिल्म में टीना का किरदार मुझे दिया. ये किरदार मेरे साथ अब 30 सालों से जुड़ा हुआ है. लोग भी अवॉर्ड जीतने के बाद राहुल और टीना की जीत बता रहे हैं. ये अच्छा लगा.
अवॉर्ड की खबर सुन रोने लगी थीं रानी की मां













