'मेरे सपने में आते थे भंसाली, वो मेरा गला दबा देते थे', जब खौफ में बीती हीरामंडी के 'उस्ताद जी' की रातें
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इंद्रेश ने बताया कि भंसाली कैसे उनके सपने में आया करते थे. वो बोले- एक एक्टर की नजर देखा जाए तो जिस डायरेक्टर के आप फैन हो उनसे आप ओपन नहीं हो सकते. भंसाली जी मेरे सपने में आ जाते थे रात को, वो मेरा गला दबा देते थे.
फिल्म मेकर संजय लीला भंसाली की सीरीज हीरामंडी: द डायमंड बाजार ओटीटी पर खूब धूम मचा रही है. बॉलीवुड एक्टर इंद्रेश मलिक भी उनकी इस मैग्नम ओपस सीरीज का हिस्सा हैं. हाल ही में एक्टर ने उनके साथ काम करने को लेकर अपने ओपिनियन शेयर किए हैं. इंद्रेश ने बताया कि कैसे भंसाली ने उनकी डायलॉग्स को बेहतर तरीके से बोलने में हेल्प की. इंद्रेश ने फिल्म मेकर संग हुए अपने एक मजेदार किस्से का भी जिक्र किया. उन्होंने बताया कि कैसे भंसाली उनके सपने में आते थे.
'भंसाली का कायल हूं'
इंद्रेश ने सीरीज में ट्रांसजेंडर उस्ताद का किरदार निभाया है. इस रोल के लिए उनकी खूब तारीफ भी हो रही है. एक्टर इससे पहले भंसाली की गंगूबाई काठियावाड़ी में भी नजर आ चुके हैं. बॉलीवुड नाओ को दिए इंटरव्यू में इंद्रेश ने कहा- मैं संजय लीला भंसाली कायल हूं. मैं ऐसे किसी का कायल नहीं होता, फिर साथ में काम भी नहीं कर पाता. क्योंकि एक एक्टर के तौर पर मैं खुल कर काम नहीं कर पाता हूं.
'सपने में आते थे भंसाली'
इंद्रेश ने बताया कि भंसाली कैसे उनके सपने में आया करते थे. वो बोले- एक एक्टर की नजर देखा जाए तो जिस डायरेक्टर के आप फैन हो उनसे आप ओपन नहीं हो सकते. भंसाली जी मेरे सपने में आ जाते थे रात को, वो मेरा गला दबा देते थे. उन्होंने मुझे कम्फर्ट जोन से बाहर निकाला. मुझे मौका दिया कि मैं बहाव के साथ चलूं. उन्होंने मुझे इजाजत दी कि मैं अपने डायलॉग्स को बेहतर कर सकूं. मैं उनका बेहद शुक्रगुजार हूं.
'परफेक्शनिस्ट हैं भंसाली'
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