
महीनों लगे, 80 शेर सुनाए तब जाकर लिखा गया 'तुम बिन' का गाना 'कोई फरियाद', डायरेक्टर ने सुनाया मजेदार किस्सा
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फिल्ममेकर अनुभव सिन्हा ने हाल ही में दिए इंटरव्यू में अपनी फिल्म 'तुम बिन' का एक किस्सा सुनाया है. फिल्म के सुपरहिट गाने 'कोई फरियाद' का किस्सा सुनाते हुए डायरेक्टर ने बताया कि कैसे उन्होंने लेखक फैज अनवर के लिखे हुए शेर रिजेक्ट किए थे.
फिल्ममेकर अनुभव सिन्हा अपनी फिल्मों में अलग तरह की कहानी दिखाने के लिए जाने जाते हैं. उनकी पिछली कुछ फिल्में सोशल टॉपिक्स पर बनी हैं जिसमें उन्होंने आम आदमी की जिंदगी को दिखाने की कोशिश की है. लेकिन एक दौर ऐसा था जब उन्होंने एक रोमांटिक फिल्म 'तुम बिन' बनाई थी जिसे ऑडियंस का भरपूर प्यार मिला था. उस फिल्म के गाने भी बहुत पॉपुलर हुए थे. लेकिन इसका एक गाना 'कोई फरियाद' लोगों के दिलों में बस गया था जिसे लेजेंडरी सिंगर जगजीत सिंह ने गाया था.
कैसे बना फिल्म 'तुम बिन' का 'कोई फरियाद' गाना?
लल्लनटॉप को दिए एक इंटरव्यू में अनुभव सिन्हा ने अपनी फिल्म 'तुम बिन' को लेकर बात की है. उन्होंने 'कोई फरियाद' गाने की मेकिंग के बारे में भी बताया कि कैसे लेखक फैज अनवर ने उस गाने को लिखा. डायरेक्टर ने बताया, 'फैज अनवर को मैंने कोई फरियाद गाने के लिए फिल्म की सारी कहानी और सीन समझा दिया था. मैंने उन्हें कहा कि इसपर आप एक गजल लिखो. वो लिखने लगे और फोन पर मुझे शेर सुनाते थे लेकिन मैं रिजेक्ट कर देता था. ये सिलसिला महीनों तक चला.'
अनुभव सिन्हा ने आगे उस पल के बारे में बताया जब उन्हें उनकी लिखी हुई गजल पसंद आई थी. उन्होंने कहा, 'मुझे वो लम्हा याद है कि मैं किसी की शूटिंग पर गया था, और मेरा फोन बजने लगा. उन्होंने उत्साहित होते हुए मेरा नाम हकलाया अनु... अनुभ... अनुभव भाई शेर सुनो. वो हकलाते नहीं है, ये उनका अंदाज है.'
'उन्होंने शेर सुनाया कि एक लम्हे में सिमट आया है सदियों का सफर, जिंदगी तेज बहुत तेज चली हो जैसे. मैंने कहा ठीक है. मुझे आज भी याद है उन्होंने कहा था कि अनुभव भाई कसम खुदा की, 80वां शेर सुनाया है आपको. मैंने वो 80वां शेर हां बोला था. और फिर वो गजल लिखी गई है. उसके बाद तो उन्होंने जैसे झड़ी सी लगा दी थी.'
अनुभव सिन्हा ने बताया 'तुम बिन' फिल्म बनाने का किस्सा

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