
बॉलीवुड के 'ऐब' दूर करता साउथ... देसी हीरोज के साथ स्क्रीन पर लौटी देसी इंडियन बॉडी
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पिछले कुछ सालों में साउथ से आ रहे देसी हीरोज के साथ, उस देसी इंडियन बॉडी की भी बड़े पर्दे पर वापसी हुई है, जो पिछले दो दशक में कहीं गायब होने लगी थी. तराशे हुए सिक्स-पैक ऐब्स वाले हीरोज ही स्क्रीन पर थे. देसी इंडियन इंडियन बॉडी की पॉपुलैरिटी क्यों पॉजिटिव बात है, चलिए बताते हैं.
‘कांतारा चैप्टर 1’ में ऋषभ शेट्टी जब एंट्री मारते हैं तो थिएटर में दर्शकों की तालियां-सीटियां-हूटिंग का शोर भर जाता है. फिल्म में एक आदिवासी समुदाय के लीडर का रोल कर रहे ऋषभ, एक मजबूत बेल से लटकते हुए, लगभग टार्जन स्टाइल में जमीन पर उतरते हुए फ्रेम में एंट्री मारते हैं. ये एंट्री उनके किरदार के बैकग्राउंड को पूरी तरह सूट भी करती है. और इस एंट्री में जो पहली चीज आप नोटिस करते हैं, वो है ऋषभ की बॉडी.
चूंकि वो फ्रेम में ऊपर से नीचे की तरफ आ रहे हैं तो पहले उनके मजबूत पैर और जांघें दिखती हैं. फिर पेट और छाती से होते हुए उनका चेहरा फ्रेम में फिट हो जाता है. इस बॉडी में मसल्स इतने सघन हैं कि सामने खड़ा बड़े से बड़ा योद्धा भी एक बार अपने बल पर शंका करने लगे. उनकी जांघें और धड़, देसी अखाड़ों में घंटों मल्ल-कुश्ती करने वाले पहलवानों जैसे हैं.
सीने और कंधे इतने मजबूत और चौड़े कि उनकी एक टक्कर से जब कोई टप्पा खाकर जमीन पर गिरता है तो हैरानी नहीं होती. फिल्म के निर्णायक मोड़ पर एक युद्ध में ऋषभ जब कूदकर आते दिख रहे हैं तो वो एक भयानक योद्धा के अवतार में हैं. इस बार उन्हें देखकर ही आपको आभास हो जाता है कि सामने आने वालों का क्या हश्र होगा… और होता भी वही है! हीरो की कद-काठी का सौंदर्यशास्त्र स्क्रीन पर उसके किरदार का बहुत बड़ा हिस्सा होता है. ‘कांतारा चैप्टर 1’ में ऋषभ की बॉडी, उनके किरदार की आधी पावर तो उनकी दमदार एक्टिंग में है. बाकी आधा हिस्सा, पूरी तरह उनकी मजबूत बॉडी की वजह से आया है.
पूरी फिल्म में आपका ध्यान इस बात पर जरूर जाएगा कि यहां ऋषभ की बॉडी जिम में मशीनों से तराशी हुई नहीं लगती, जिसके एक-कट और मांसपेशी आप गिन सकें. बल्कि ये कहना एकदम सही होगा कि उनकी बॉडी भारतीय पुरुष की पीक बॉडी है. वैसी बॉडी जो हमने दारा सिंह, गामा पहलवान या एक्टर धर्मेंद्र की तस्वीरों में देखी है. लेकिन पिछले कुछ दशकों में बड़े पर्दे पर ये 'इंडियन मेल बॉडी' कहीं गायब सी हो गई थी.
नए मिलेनियम के साथ आया सिक्स-पैक ऐब्स का ट्रेंड बात बॉडी के इम्प्रेशन की है तो संजय दत्त, सुनील शेट्टी और सलमान खान 90s से ही स्क्रीन पर ऐसी तगड़ी बॉडी बनाकर आए जो लड़कों के लिए जिम जाने की इंस्पिरेशन बनी. मगर नई सदी के साथ जब बॉलीवुड का कैनवास खुला तो वैश्वीकरण और खुलते बाजार का असर फिल्मों में भी उतरा. कहानियां बदलीं, तस्वीरें बदलीं, फैशन बदला और बॉलीवुड में इस बदलाव का झंडा पकड़े एक नया लड़का आया— ऋतिक रोशन.
जिम में सलमान से ही ट्रेनिंग पाया हुआ ये लड़का अपनी पहली ही फिल्म ‘कहो ना प्यार है’ में उस नए स्टाइल की बॉडी के साथ आया था, जिसका फोकस ऐब्स थे. ऋतिक के साथ हर फिल्म में उनके ऐब्स का स्क्रीन टाइम भी तय था. बॉडी तो सलमान की भी होती थी, मगर ये ऐब्स वाला मामला अलग था. ऐसा लगता था कि मूर्तिकार ने पत्थर में ये 6 छोटे बॉक्स तराशे हैं. ऋतिक के पीछे-पीछे डीनो मोरेया, जॉन अब्राहम, शाहिद कपूर जैसे हीरो आते चले गए. हीरो के डिज़ाइन में सिक्स-पैक, न्यू-नॉर्मल बनता चला गया.

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