
पार्टियों में शराब पीने की एक्टिंग करते हैं अक्षय कुमार, फिर देते हैं फेंक, बोले- मैं छोले पूड़ी...
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अक्षय कुमार ने हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में अपने 38 साल के सफर को भाग्य और मेहनत के संतुलन के रूप में बताया. उन्होंने कहा कि सफलता में 70% भाग्य और 30% मेहनत की जरूरत होती है. अभिनेता ने अपनी खानपान की आदतों पर भी खुलासा किया कि वे हर तरह का खाना खाते हैं, लेकिन ड्रिंक नहीं करते.
अक्षय कुमार ने हाल ही में हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में 38 साल पूरे किए हैं. इन बीते सालों में उनका सफर किसी रोलरकोस्टर राइड से कम नहीं रहा. इसमें शानदार ऊंचाइयां, नाटकीय उतार, अपार प्यार और नफरत शामिल रही. हाल ही में एबीपी न्यूज के साथ बातचीत में एक्टर ने खुलासा किया कि वे अपनी लंबी सफलता को कितना भाग्य के भरोसे मानते हैं, यह स्वीकार करते हुए कि कई अन्य लोग उनसे अधिक पढ़े-लिखे, बेहतर दिखने वाले या अधिक योग्य हो सकते हैं.
जब अक्षय कुमार से पूछा गया कि क्या वे अपने बिजी शेड्यूल के बावजूद अपने समकालीन एक्टर्स की फिल्में देखने का समय निकाल पाते हैं, तो अक्षय ने विनम्रता से जवाब दिया, 'बिल्कुल, क्योंकि और कोई काम तो है नहीं ना, क्योंकि पढ़े-लिखे तो हैं नहीं. और चूंकि मैं ज्यादा पढ़ा-लिखा नहीं हूं, मैं सिर्फ फिल्में करता हूं. इसलिए मुझे बहुत समय मिलता है.' अपनी करियर में भाग्य की भूमिका को स्वीकार करते हुए, उन्होंने आगे कहा, 'भाग्य की भी जरूरत होती है. मैं इस पर विश्वास करता हूं और अक्सर लोगों से बहस करता हूं कि अब मैं 58 साल का हूं, और मेरा अनुभव मुझे बताता है कि मेहनत महत्वपूर्ण है, लेकिन उससे भी ज्यादा जरूरी है भाग्य. आपको 70% भाग्य और 30% मेहनत की जरूरत होती है.'
अक्षय ने ये भी कहा, 'कई बार ऐसा होता है कि मैं स्टूडियो में एंटर करता हूं और वहां एक स्ट्रगलिंग एक्टर को खड़ा और अपनी बारी का इंतजार करते देखता हूं. वह मुझसे बेहतर दिखता है, मुझसे ज्यादा प्रतिभाशाली है, मुझसे बेहतर नाच सकता है, उसके किक और फाइट्स मुझसे बेहतर हैं, लेकिन दुर्भाग्यवश उसे मौका नहीं मिला. तो यह सब भाग्य पर निर्भर करता है, आपको सही समय पर सही जगह पर होना चाहिए.'
'छोले पूरी खाता हूं, प्रोटीन की गिनती नहीं करता'
इसी बातचीत में अक्षय कुमार ने अपनी खानपान की आदतों के बारे में भी खुलासा किया. अपने अनुशासित जीवनशैली और फिटनेस के प्रति सावधानी के लिए जाने जाने वाले अक्षय ने यह कहकर कई लोगों को आश्चर्यचकित कर दिया कि आम धारणा के विपरीत, वे हर तरह का खाना खाते हैं. उन्होंने कहा, 'हां, हां, मैं छोले पूरी खाता हूं. मैं उन लोगों में से नहीं हूं जो लगातार कैलोरी या प्रोटीन की गिनती करते रहते हैं. मैं सामान्य जीवन जीता हूं, भले ही कोई इसे माने या न माने. आज तक, मैं जलेबी और बर्फी खाता हूं, जो चाहता हूं, खाता हूं.'
हालांकि, उन्होंने एक सख्त नियम भी शेयर किया जो वे मानते हैं. उन्होंने बताया, 'लेकिन एक बात है कि मैं शाम 6:30 बजे के बाद कुछ भी नहीं खाता. मैं पिछले 20 सालों से इसका पालन कर रहा हूं. कभी-कभी ऐसा होता है कि किसी दोस्त का जन्मदिन होता है या कुछ और, तो शिष्टाचार के लिए आप केक का स्वाद ले लेते हैं. कभी-कभी मुझे लोगों को बेवकूफ बनाना पड़ता है, क्योंकि वे ड्रिंक देते हैं और मैं उनके साथ चियर्स करता हूं, लेकिन फिर उसे फेंक देता हूं क्योंकि मुझे इसका मजा भी नहीं आता.'

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