क्यों ट्रेंड हुआ Boycott rohini cinemas? थलापति विजय की फिल्म देखने गए फैन्स को वापस लौटाया
AajTak
चेन्नई के एक सिनेमा पर लोगों का गुस्सा भड़क उठा है. ट्विटर पर धड़ल्ले से बायकॉट रोहिणी सिनेमा ट्रेंड कर रहा है. वायरल वीडियोज में दिए लोगों के बयान के मुताबिक इस थियेटर में लोगों के साथ भेदभाव किया जाता है. बताया जा रहा है कि लोगों को कास्ट और वर्ग के आधार पर एंट्री दी जाती है.
ट्विटर पर एक हैशटैग तेजी से ट्रेंड हो रहा है- 'बायकॉट रोहिणी सिनेमा'. थलापति विजय की फिल्म वरिसु देखने जा रहे कई लोगों को अंदर एंट्री नहीं दी जा रही हैं. लेकिन क्यों और किस वजह से. आखिर एक सिनेमा या थियेटर ऐसा क्यों कर रहा है, कि उसके नाम का हैशटैग ट्रेंड किया जा रहा है? सोचने वाली बात है. लेकिन इसकी वजह असल मायने में गंभीर है. चलिए आपको बताते हैं.
ट्रेंड हुआ रोहिणी सिनेमा हैशटैग चेन्नई के कोयमबेडू में स्थित इस रोहिणी थियेटर ने आखिर ऐसा क्या कर दिया कि लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है. कई सोशल मीडिया यूजर्स इसके खिलाफ में लिख रहे हैं. दरअसल, रोहिणी सिनेमा से कुछ लोगों को फिल्म की टिकट होने के बावजूद अंदर जाने नहीं दिया जा रहा है. उन्हें गेट पर खड़ा टिकट चेकर ही भगा दे रहा है.
भेदभाव बनी वजह
ट्विटर पर वायरल हो रही वीडियोज को देखें तो, उसमें रोहिणी थियेटर के बाहर खड़ा एक शख्स लोगों के टिकट दिखाने के बावजूद उन्हें अंदर एंट्री नही दे रहा है. ना ही पूछने पर कोई वजह बता रहा है. बस बेरुखी से उन्हें जाने को कह रहा है. लोगों की मानें तो इस थियेटर में ये भेदभाव के तहत किया जा रहा है. लोगों का आरोप है कि इस थियेटर में हमेशा ही एक वर्ग और जाति से भेदभाव किया जाता रहा है.
वायरल हैं लोगों के वीडियोज
सोशल मीडिया पर थियेटर से निकाले गए लोगों के इस वीडियो को शेयर कर कैप्शन में लिखा गया- कुरावर कम्यूनिटी का आरोप है कि उन्हें इस थियेटर में थलापति विजय की फिल्म वरिसु को देखने नहीं दिया गया. बावजूद इसके कि उनके पास टिकट है और फिल्म वरिसु को (U) सर्टिफिकेट प्राप्त है. रोहिणी थियेटर में हमेशा ही कास्ट के आधार पर लोगों को एंट्री दी जाती है. वहीं अंदर जाने ना देने पर लोगों को उनका पैसा भी रिफंड नहीं किया जाता है.