
कैंसर के बारे में जानकर पति शोएब के गले लगकर रोई थीं दीपिका, बेटे रुहान के लिए मांगी दुआ
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एक्ट्रेस दीपिका कक्कड़ ने अपने कैंसर से जंग के अनुभव और जीवन के सबसे कमजोर पलों के बारे में खुलकर बात की. उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने अपने बेटे रुहान के लिए ठीक होने की दुआ मांगी और पति शोएब इब्राहिम के साथ अपने रिश्ते की शुरुआत और समर्थन की कहानी शेयर की.
टीवी एक्ट्रेस दीपिका कक्कड़ ने अपनी जिंदगी के सबसे कमजोर पल के बारे में खुलकर बात की. उन्होंने बताया कि जब उन्हें कैंसर का शक हुआ था, उस दिन वे कार में फूट-फूटकर रोई थीं और बस एक ही दुआ मांगी थी कि वे ठीक होकर अपने बेटे रुहान के पास लौट आएं.
दीपिका अपने पति शोएब इब्राहिम के साथ एक्ट्रेस रश्मि देसाई के यूट्यूब पॉडकास्ट रश्मि के दिल से दिल तक पर इसपर बात की. इस अनस्क्रिप्टेड सेलिब्रिटी टॉक शो में दोनों ने 'ससुराल सिमर का' के सेट पर को-स्टार से दोस्त और फिर लाइफ पार्टनर बनने की जर्नी और दीपिका का कैंसर से जंग का सफर शेयर किया.
कैंसर के बारे में जाकर रोए दीपिका-शोएब
दीपिका ने कहा, 'उस दिन पहली बार मैं कार में बैठी थी और रुहान को मेरी मां को देना पड़ा, क्योंकि वह बहुत रो रहा था. मैं उसे दूध नहीं पिला पा रही थी. बस मैं टूट गई. उस पल दिल से सिर्फ यही दुआ निकली कि अगर कैंसर है भी तो कोई शिकायत नहीं, बस मुझे ठीक कर दो. मुझे पता है तुम मुझे ठीक कर दोगे. फिर हम दोनों वहीं रोने लगे. कैंसर शब्द ही इतना डरावना है कि किसी को भी सुनाई दे तो अंदर से कुछ टूट जाता है. इसलिए शोएब और मैंने वो सारा रोना-धोना लॉबी में ही कर लिया. हम दोनों एक-दूसरे को गले लगाकर खूब रोए. लेकिन उसके बाद हमने फैसला किया कि अब और नहीं रोएंगे.'
दीपिका ने आगे कहा, 'मुझे कोई शिकवा नहीं था कि मैं अच्छी नहीं दिख रही, वजन बढ़ गया या बाल झड़ जाएंगे. पूरी जंग के दौरान मैं बस शोएब से यही कहती रही कि मुझे बस ठीक होकर रुहान के पास लौटना है.'
शोएब के साथ अपने रोमांस के बारे में बताते हुए दीपिका ने कहा, 'हमारी बॉन्डिंग गानों से हुई थी. हम पूरा दिन एक-दूसरे को गानों की लाइन्स भेजते रहते थे. सुबह शोएब कोई गाना भेजते, मैं सोचती और जवाब में दूसरी लाइन भेजती. गाने हमारे रिश्ते का बहुत बड़ा हिस्सा रहे हैं.'













