
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस: टूथब्रश गंध सूंघकर कैसे बता देगा कि किसी को कैंसर है?
BBC
एआई के इस्तेमाल से अब ऐसी तकनीक का विकास हो रहा है कि एक दिन बीमारियों को उनके शुरुआती दिनों में ही सूंघा जा सके, ताकि हमें स्वस्थ रहने और लंबे समय तक जीने में मदद मिले.
सार्वजनिक स्थानों को खुशबूदार रखने के लिए हम इत्र और डियोडरेंट लगाते हैं. और हो सकता कि ये सुगंध आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के इस्तेमाल से क्रांतिकारी रूप से बदलने वाले सबसे नए तत्व हों
सुगंध के नए रुझानों की पहचान करने और उत्पादों को पहले से अधिक तेज़ी से तैयार करने के लिए इन दिनों बिग डेटा और सुपर-फास्ट कंप्यूटर का उपयोग हो रहा है.
एआई के इस्तेमाल से अब ऐसी तकनीक का विकास हो रहा है कि एक दिन बीमारियों को उनके शुरुआती दिनों में ही सूंघा जा सके, ताकि हमें स्वस्थ रहने और लंबे समय तक जीने में मदद मिले.
इस आलेख में ये बताया गया है कि कैसे एआई आज हमारी दुनिया को प्रभावित कर रही है. बात चाहे हमारे इस्तेमाल के इत्र की हो या बीमारियों के इलाज के तरीकों की.
