
Zojila Tunnel: 15 मिनट में पूरा होगा 3.5 घंटे का सफर, जानें क्यों महत्वपूर्ण है टनल?
Zee News
जोजिला टनल (Zojila Tunnel) समुद्र तल से 11 हजार वर्ग मीटर से ज्यादा की ऊंचाई पर बनने वाली एशिया की सबसे लंबी सुरंग है. सुरंग में हीट डिटेक्शन सिस्टम, सीसीटीवी, एलईडी स्क्रीन और लाइटिंग होगी.
श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर से लद्दाख के बीच बन रही जोजिला टनल (Zojila Tunnel) का काम साल 2024 में होने वाले लोक सभा चुनाव (Lok Sabha Election 2024) से पहले पूरा हो जाएगा और यह इतनी ऊंचाई पर बनने वाली एशिया सबसे लंबी टनल होगी. इस टनल के बनने के बाद श्रीनगर से लद्दाख के बीच कनेक्टिविटी 12 महीने रहेगी, जो भारी बर्फबारी की वजह से 6 महीने तक बंद रहता है. इसके साथ ही जोजिला दर्रे को पार करने में लगने वाला साढ़े 3 घंटे का सफर सिर्फ 15 मिनट में ही पूरा हो जाएगा.
कश्मीर घाटी में हिमालय की पर्वत श्रेणियों के बीच तैयार हो रही यह जोजिला टनल (Zojila Tunnel) है. इस टनल का निर्माण कार्य साल 2020 में शुरू हुआ था. कश्मीर घाटी और लेह-लद्दाख के बीच कनेक्टिविटी के लिहाज से जरूरी है. 14.5 किलोमीटर लंबी जोजिला सुरंग भारत-चीन सीमा पर आवाजाही के लिहाज से जोजिला टनल बेहद महत्वपूर्ण है.

36 MW Class Gas Turbine Engine: नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने कॉन्फ्रेंस में बताया कि नौसेना अब पूरी तरह स्वदेशी 36 मेगावॉट क्लास गैस टर्बाइन इंजन, अगली पीढ़ी की डीजल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन सिस्टम. फुल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन तकनीक विकसित कर रही है. इनका पहला ऑपरेशनल संस्करण 2029 में नौसेना के जहाजों पर आने की उम्मीद है.

Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.








