
Vijay Diwas: वो यहूदी, जिन्होंने भारत-पाकिस्तान युद्ध में पाक जनरल नियाजी को 90 हजार सैनिकों के साथ सरेंडर करने पर किया था मजबूर
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Vijay Diwas 2023: भारत हर साल 16 दिसंबर को विजय दिवस के रूप में मनाता है. 16 दिसंबर 1971 को भारतीय सेना ने पाकिस्तान को युद्ध में आत्मसमर्पण करने पर मजबूर किया था. 13 दिन चले युद्ध के बाद लगभग 90 हजार पाकिस्तानी सैनिकों ने भारत के सामने सरेंडर किया था. इसके बाद बांग्लादेश का जन्म हुआ था जो पहले पूर्वी पाकिस्तान कहलाता था और इस पर पाकिस्तान का नियंत्रण था.
नई दिल्लीः Vijay Diwas 2023: भारत हर साल 16 दिसंबर को विजय दिवस के रूप में मनाता है. 16 दिसंबर 1971 को भारतीय सेना ने पाकिस्तान को युद्ध में आत्मसमर्पण करने पर मजबूर किया था. 13 दिन चले युद्ध के बाद लगभग 90 हजार पाकिस्तानी सैनिकों ने भारत के सामने सरेंडर किया था. इसके बाद बांग्लादेश का जन्म हुआ था जो पहले पूर्वी पाकिस्तान कहलाता था और इस पर पाकिस्तान का नियंत्रण था.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.

India Nuclear Missile Force: दुनिया में आज के समय में सभी देश अपनी सैन्य शक्तियों को मजबूत कर रहे हैं. भारत ने भी पिछले कुछ दशकों में अपनी सैन्य ताकत में काफी मजबूती लाई है. भारत की परमाणु क्षमता की चर्चा दुनिया में अक्सर होती है, लेकिन इसे गहराई के साथ काफी कम लोग ही जानते हैं. भारत ने सिर्फ अग्नि श्रृंखला ही नहीं बल्कि जमीन, समुद्र, हवा और क्रूज मिसाइल सिस्टम का एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया है.









