
Tokyo Paralympics: शानदार समारोह के साथ आगाज़, खिलाड़ियों ने दिया ऊंची उड़ान भरने का संदेश
Zee News
पांच सितंबर तक चलने वाले इन खेलों में भारत का प्रतिनिधित्व 54 खिलाड़ी करेंगे जो देश का अब तक का सबसे बड़ा प्रतिनिधिमंडल है. पैरालंपिक खेल 57 वर्षों के बाद तोक्यो में फिर से आयोजित हो रहे हैं, जिससे जापान की राजधानी दो बार इन खेलों की मेजबानी करने वाला पहला शहर बन गया है.
तोक्योः तोक्यो पैरालंपिक खेलों का मंगलवार को शानदार प्रोग्राम के साथ आगाज हुआ जिसमें मुश्किल हालात में पैरा खिलाड़ियों की ऊंची उड़ान भरने के जज्बे को दर्शाया गया. इस शानदार उद्घाटन समारोह का मुख्य चरित्र एक पंख वाला छोटा विमान था जो इस विचार को समझा रहा था कि इंसान के अपने पंख होते हैं, जो साहस जुटाकर हवा की दिशा से मुतासिर हुए बिना कहीं भी पहुंच सकता है. इसके लिए बस पंख को फैलाकर उड़ने की कोशिश करने की जरूरत है. ‘हमारे पास भी पंख है’ को इस बार के पैरालंपिक का थीम बनाया गया है. पैरालंपिक खेलों के ध्वज को नेशनल स्टेडियम में ले जाने से पहले जापान के सम्राट नारुहितो ने लगभग खाली स्टेडियम में खेलों के शुरू होने की घोषणा की. Go Memories to last a lifetime. WE HAVE WINGS. The Little One-Winged Plane flies! Sending Best wishes, Good luck and our Cheers to all our athletes competing in So much emotion.
Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.

India Nuclear Missile Force: दुनिया में आज के समय में सभी देश अपनी सैन्य शक्तियों को मजबूत कर रहे हैं. भारत ने भी पिछले कुछ दशकों में अपनी सैन्य ताकत में काफी मजबूती लाई है. भारत की परमाणु क्षमता की चर्चा दुनिया में अक्सर होती है, लेकिन इसे गहराई के साथ काफी कम लोग ही जानते हैं. भारत ने सिर्फ अग्नि श्रृंखला ही नहीं बल्कि जमीन, समुद्र, हवा और क्रूज मिसाइल सिस्टम का एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया है.









