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Today History: महात्मा गांधी ने दी थी अंग्रेजों को चुनौती, जानें क्या है 12 मार्च का इतिहास
Zee News
Today History: बाकी सभी दिनों की तरह 12 मार्च की तारीख भी अपनी कुछ घटनाओं के कारण इतिहास के पन्नों में दर्ज हो चुकी है. चलिए जानते हैं आज के दिन क्या-क्या हुआ था.
Today History: 12 मार्च को भारत और दुनिया में कई ऐसी घटनाएं घटीं जो वक्त के साथ-साथ इतिहास के पन्नों में दर्ज होती गईं. इन्हीं प्रमुख घटनाओं में से एक है दांडी मार्च, जिसे 1930 में शुरू किया गया था. इसे भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का अहम पड़ाव माना जाता है. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने इस दिन अहमदाबाद में साबरमती आश्रम से नमक सत्याग्रह के लिए दांडी यात्रा शुरू की थी. इस मार्च के जरिए बापू ने अंग्रेजों के बनाए नमक कानून को तोड़कर उस सत्ता को चुनौती दी थी, जिसके बारे में कहा जाता था कि उनके साम्राज्य में कभी सूरज नहीं डूबता.

Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.









