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Sig Sauer-716 और AK-203 में से किसमें ज्यादा दम, भारतीय सेना के लिए कौनसी है अधिक फायदेमंद
Zee News
भारतीय सेना लगातार हथियारों की खरीद कर रही है, ताकि चीन और पाकिस्तान की सीमा पर तैनात भारतीय जवान जरूरत पड़ने पर दुश्मनों का कड़ा मुकाबला कर पाएं. इस दौरान एके-203 और सिगसोर-716 राइफल को लेकर खासतौर पर चर्चा बनी हुई है.
नई दिल्ली: भारत अपनी सैन्य ताकत को मजबूत करने के लिए हर दिन नए कदम उठा रहा है. ऐसे में दुनियाभर के देशों से भारत कई आधुनिक हथियार खरीद रहा है. इसी कड़ी में अमेरिका सिगसोर-716 (Sig Sauer-716) और भारत-रूस द्वारा बनाई जा रही AK-203 जैसी असॉल्ट राइफल्स खासतौर पर चर्चा में हैं. दोनों ही राइफल्स 7.62mm कैलिबर की गोलियों का इस्तेमाल करती हैं, इसके बावजूद इनके डिजाइन, उपयोग करने के तरीके और रणनीतिक में काफी अंतर हैं. आइए इन दोनों की विशेषताओं और भारतीय सेना में इनके स्थान की तुलना करें.

AMCA Mark-2 Engine: भारत को AMCA फाइटर जेट के लिए सैफ्रान एक ऐसा इंजन देगा, जो AMCA मार्क-2 में फिट बैठ जाए. यह एक ऐसा ताकतवर इंजन होगा, जो बिना आफ्टरबर्न सूपरक्रूज उड़ान भरेगा. इस इंजन का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि जब भी भारत 6वीं पीढ़ी का फाइटर जेट बनाएगा तो इसी इंजन को अपग्रेड करके इस्तेमाल कर सकता है.

Bharat Ki Udaan 2.0: देश की राजधानी दिल्ली में जी भारत द्वारा आयोजित कार्यक्रम भारत की उड़ान 2.0 में दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने शिरकत की. इस दौरान उन्होंने पंजाब की शिक्षा व्यवस्था व सुधार के किए जा रहे प्रयासों पर मुखर होकर बातचीत की. साथ ही बताया कि कैसे गांव के सहयोग से ड्रग्स माफियाओं पर पंजाब सरकार शिकंजा कस रही है.

IAF on SU-57: भारत की तरफ से SU-57 डील को लेकर रूस को स्पष्ट संदेश दे दिया गया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत 114 राफेल खरीदने पर फोकस कर रहा है. इसकी सबसे बड़ी वजह रूस का युद्ध में होना है. हालांकि रूस को भारत निराश नहीं करेगा. इसलिए 40 से 60 SU-57 खरीदेगा, जिससे भारत के पास भी स्टेल्थ क्षमता मौजूद रहे. साथ ही AMCA के आने तक 4 और 5 वीं पीढ़ी के गैप को भर सके.










