Side effects of doomscrolling: मेंटल हेल्थ को बुरी तरह प्रभावित करता है डूमस्क्रॉलिंग, जानिए इसके नुकसान और बचने का तरीका
Zee News
Side effects of doomscrolling: जब लोग डूमस्क्रॉलिंग के शिकार हो जाते हैं तो उनमें नई खबरों को जानने की बेचैनी होने लगती है.
Side effects of doomscrolling: डूमस्क्रॉलिंग एक ऐसी आदत है, जिसमें लोग नकारात्मक समाचार और सोशल मीडिया पोस्ट पढ़ने के हानिकारक चक्र में फंस जाते हैं. एक्सपर्ट्स कहते हैं कि डूमस्क्रॉलिंग का मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, जिससे चिंता, तनाव, अवसाद और घबराहट बढ़ जाती है. कुछ ऐसे टिप्स हैं, जिन्हें फॉलो करके आप इस आदत पर अंकुश लगा सकते हैं और इससे होने वाले नुकसान से बच सकते हैं.
क्या है डूमस्क्रॉलिंग (What is doomscrolling) डूमस्क्रॉलिंग को आसान शब्दों में कहें तो यह नकारात्मक समाचारों को स्क्रॉल करते समय स्क्रीन के अत्यधिक उपयोग को डूम सर्फिंग/स्क्रॉलिंग कहा जाता है. जब लोग इसके शिकार हो जाते हैं तो उनमें नई खबरों को जानने की बेचैनी होने लगती है. इस बेचैनी के कारण वो लोग मोबाइल तथा अन्य गैजेटों को लपकने लगते हैं. फिर चाहे वो खबर परेशान करने वाली ही क्यों न हो, लोग उसे छोड़ते नहीं हैं.