
Shivling की लगाई जाती है आधी Parikrama, जलाधारी को लेकर भी हैं खास नियम, जानें
Zee News
कई भगवानों के दर्शन-पूजन करने के बाद उनकी परिक्रमा की जाती है, लेकिन शिवलिंग की परिक्रमा आधी ही जाती है. इसी तरह इसकी जलाधारी भी नहीं लांघी जाती है.
नई दिल्ली: हिंदू, बौद्ध और जैन धर्म में परिक्रमा का खासा महत्व है. इनमें भगवान की मूर्ति से लेकर मंदिर, नदी और पहाड़ की भी परिक्रमा की जाती है. शास्त्रों के अनुसार परिक्रमा करने से कई जन्मों का पाप नष्ट हो जाता है. लिहाजा देवी-देवताओं की पूजा करने के बाद मंदिर या गर्भ गृह की परिक्रमा की जाती है, लेकिन शिवलिंग (Shivling) के मामले में स्थिति अलग है. शिवलिंग की पूजा और परिक्रमा (Parikrama) के नियम अलग हैं. इसकी केवल आधी परिक्रमा ही की जाती है. शास्त्रों के अनुसार शिवलिंग की आधी परिक्रमा करना ही उचित होता है, इसे चंद्राकार परिक्रमा कहा जाता है.More Related News
