Shani Transit In 2022: कब होगा शनि का राशि परिवर्तन, जानिए किन राशियों पर लगेगी साढ़ेसाती और किसे मिलेगा छुटकारा
Zee News
कई लोगों शनिदेव को क्रूर ग्रह मानते हैं, लेकिन यह पूरी तरह से सही नहीं हैं. शनिदेव न्यायप्रिय देवता हैं, जो व्यक्तियों को उनके कर्मों के अनुसार अच्छा या बुरा फल प्रदान करते हैं.
नई दिल्ली: शनिदेव सभी 9 ग्रहों में सबसे मंद गति से चलने वाले ग्रह हैं. यह एक राशि से दूसरी राशि में जाने के लिए लगभग ढाई साल का समय लेते हैं. वैदिक ज्योतिष शास्त्र में शनि ग्रह को रोग, दुख, तकनीकी, लोहा, तेल और जेल आदि का कारक ग्रह माना गया है. शनि की महादशा 19 सालों तक चलती है. शनिदेव मकर और कुंभ राशि के स्वामी हैं. शनिदेव तुला राशि में उच्च के और मेष राशि में नीच के होते हैं. आम धारणा के मुताबिक शनिदेव को क्रूर ग्रह माना जाता है, लेकिन यह पूरी तरह से सही नहीं हैं. शनिदेव न्यायप्रिय देवता हैं, जो व्यक्तियों को उनके कर्मों के अनुसार अच्छा या बुरा फल प्रदान करते हैं. माना जाता है कि शनि की बुरी द्दष्टि जिन जातकों के ऊपर पड़ती है, उनको कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. बनते हुए काम का बिगड़ जाना, नौकरी में बाधाओं का आना और लगातार सेहत में गिरावट आदि शनि के अशुभ होने की निशानी है. वहीं दूसरी तरफ अगर शनि की द्दष्टि शुभ हो तो व्यक्ति के जीवन में सभी तरह के शुभफल की प्राप्ति होने लगती हैं. व्यक्ति के बुरे दिन आने कम होने लगते हैं और अच्छे दिन शुरू हो जाते हैं। ज्योतिषशास्त्र में शनि का राशि परिवर्तन बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है. ढाई साल में शनि का राशि परिवर्तन होता है. जब भी शनि का राशि परिवर्तन होता है, इसका प्रभाव सभी राशियों पर पड़ता है. शनि के राशि बदलने पर कुछ राशियों पर साढ़ेसाती और कुछ पर ढैय्या लग जाती है. बता दें कि पिछली वर्ष 24 जनवरी 2020 को शनि का राशि परिवर्तन हुआ था.यूपी में भीषण गर्मी और लू लगने से हो रही मौतों को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो यूपी में लू लगने से यदि किसी शख्स की मौत होती है, तो उसके परिवार वालों को उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से 4 लाख की आर्थिक सहायता राशि प्रदान की जाएगी. इसके लिए बस मृतक का पोस्टमार्टम करना जरूरी होगा.
LPG Price Cut: तेल कंपनियों ने 1 जून को एलपीजी सिलेंडर के नए दाम जारी किए. राहत की बात यह रही कि एलपीजी सिलेंडर की कीमतों में बड़ी कटौती की गई है. आज लोकसभा चुनाव के सातवें चरण का मतदान भी हो रहा है. इस बीच सिलेंडर के मूल्य में कमी होने से महंगाई के मोर्चे पर भी आम लोगों को राहत मिलने की उम्मीद जताई जा रही है. दिल्ली से लेकर चेन्नई तक सिलेंडर की कीमतों में कितनी कटौती की गई है, जानेंः