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S-400 का जुड़वा भाई! प्रोजेक्ट कुशा में इंडियन आर्मी की भी एंट्री, LAC-LoC से दुश्मनों का होगा सफाया
Zee News
Project Kusha Indian Air Defence: 'प्रोजेक्ट कुशा' का ट्राई सर्विस ढाल के रूप में विकसित होना भारत की डिफेंस इंजीनियरिंग में आत्मनिर्भरता और सामरिक क्षमता की दिशा में एक बड़ा, आवश्यक और महत्वपूर्ण फैसला है.
Project Kusha Indian Air Defence: भारत की महत्वाकांक्षी 'प्रोजेक्ट कुशा' ट्राई सर्विस परियोजना के रूप में विकसित हो रही है. यह प्रोजेक्ट भारत के लिए एक स्वदेशी लंबी दूरी की वायु रक्षा प्रणाली विकसित करने पर केंद्रित है, जिसका मुख्य काम दुश्मन के विमानों, क्रूज मिसाइलों और बैलिस्टिक मिसाइलों को बहुत दूर से ही नष्ट करना है. पहले ही भारतीय वायुसेना और भारतीय नौसेना इस परियोजना के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हो चुकी हैं, और अब भारतीय सेना भी इसमें शामिल होने पर गंभीरता से विचार कर रही है. सेना के जुड़ने से यह प्रोजेक्ट भारत की सुरक्षा को एक अभेद्य ढाल प्रदान करेगा.

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.

India Nuclear Missile Force: दुनिया में आज के समय में सभी देश अपनी सैन्य शक्तियों को मजबूत कर रहे हैं. भारत ने भी पिछले कुछ दशकों में अपनी सैन्य ताकत में काफी मजबूती लाई है. भारत की परमाणु क्षमता की चर्चा दुनिया में अक्सर होती है, लेकिन इसे गहराई के साथ काफी कम लोग ही जानते हैं. भारत ने सिर्फ अग्नि श्रृंखला ही नहीं बल्कि जमीन, समुद्र, हवा और क्रूज मिसाइल सिस्टम का एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया है.









