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Republic Day 2025: रिपब्लिक डे पर क्यों होती है परेड? इतिहास के पन्नों में छिपी है इसकी वजह
Zee News
Republic Day 2025: गणतंत्र दिवस के मौके पर निकलने वाली परेड को लेकर पूरा देश उत्साहित रहता है. हालांकि, बचपन से इन परेड को देखते हुए मन में ये ख्याल जरूर आता है कि गणतंत्र दिवस पके मौके पर परेड क्यों निकाली जाती है, चलिए आज इसी सवाल का जवाब जानने की कोशिश करते हैं.
Republic Day 2025: 26 जनवरी, 1950 को भारत का संविधान लागू किया गया था. इसके बाद से ही हर साल इस दिन को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता रहा है. हर भारतीय के लिए यह दिन बेहद खास होता है. बचपन में तो गणतंत्र दिवस का रंग और गहरा दिखता था. स्कूलों में कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता था. वहीं, 26 जनवरी के दिन टीवी के सामने बैठकर रिपब्लिक डे की परेड देखना एक अलग ही अनुभव होता था, जहां देशभर के अलग-अलग राज्यों की बेहद खूबसूरत झांकियां देखने को मिलती थीं.

Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.









