
Raipur: 30 लाख रुपये में हुआ Red Sand Boa सांप का सौदा, लेकिन डिलीवरी से ठीक पहले हो गई बड़ी गड़बड़
Zee News
भारतीय बाजार में इस सांप की कीमत करीब 10 लाख रुपये है, जबकि अंतरराष्ट्रीय मार्केट में इस सांप की कीमत 2 करोड़ रुपये आंकी गई है.
रायपुर: दुर्लभ प्रजाति के रेड सैंड बोआ सांप (Red Sand Boa Snake) की तस्करी करने के आरोप में छत्तीसगढ़ पुलिस (Chhattisgarh Police) ने 4 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपियों इस सांप को 30 लाख रुपये में बेचने वाले थे, लेकिन डिलीवरी से पहले ही पुलिस को इसकी भनक लग गई और उनका प्लान फेल हो गया. अधिकारियों ने बताया, 'साइबर सेल को जानकारी मिली थी कि कुछ लोग पुराना राजेंद्र नगर स्थित एक मकान में दुर्लभ प्रजाति का सांप लेकर आए हैं और उसे बेचने के लिए ग्राहक ढूंढ रहे हैं. जब पुलिस टीम मौके पर पहुंची तो उन्हें प्राप्त सूचना सही मिली. जिसके बाद तस्करी कर रहे चार लोगों को गिरफ्तार किया गया. साथ ही ड्रम से रखे गए रेड सैंड बोआ सांप को भी रेस्क्यू कर लिया गया.'
Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.









