Pitru Paksha 2021: मृत सुहागिन महिला, बच्चे, साधुओं का इन तिथियों पर करना चाहिए श्राद्ध, मिलती है आत्मा को शांति
Zee News
व्यक्ति के निधन की तिथि के दिन ही पितृ पक्ष की तिथि (Pitru Paksha Tithi) पर श्राद्ध (Shradh) करना चाहिए. लेकिन तिथि पता न होने पर बताई गई तिथियों में श्राद्ध करना ही उचित होता है.
नई दिल्ली: पितृ पक्ष (Pitru Paksha 2021) में मृतक परिजनों की आत्मा के लिए तर्पण-श्राद्ध (Tarpan-Shradh) किए जा रहे हैं. कई मृतक ऐसे होते हैं जिनकी तिथि (Tithi) पता नहीं होता है, लिहाजा उनका श्राद्ध कब करें इसकी जानकारी नहीं होती है. इस संबंध में धर्म-शास्त्रों में कुछ अहम जानकारियां दी गईं हैं. इसमें सुहागिन महिला, अविवाहित लोग, अकाल मृत्यु पाने वाले लोगों आदि के श्राद्ध के लिए अलग-अलग तिथियां बताई गईं हैं.
सुहागिन महिला: यदि सुहागिन महिला के निधन की तिथि पता न हो तो उसका श्राद्ध पितृ पक्ष की नवमी तिथि (30 सितंबर) को करना चाहिए.
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