
Pitru Paksh 2021: ऐसा कुंड जहां भटकती आत्माओं को मिलती है मुक्ति, जानें कहां है ये नगरी
Zee News
धर्म की नगरी काशी में वैसे तो मणिकर्णिका घाट को मुक्ति की स्थली कहा जाता है. लेकिन, अपने पितरों की मुक्ति की कामना से पिशाचमोचन कुंड पर श्राद्ध और तर्पण करने के लिए लोगों की भीड़ पितृ पक्ष के महीने में यहां जुटती है.
वाराणसी: महादेव की नगरी वाराणसी को मोक्ष की नगरी भी कही जाती है. ऐसी मान्यता है कि यहां प्राण त्यागने वाले मनुष्यों को भगवान भोले नाथ खुद मोक्ष प्रदान करते हैं. लेकिन, जो लोग काशी से बाहर या काशी में अकाल मौत के शिकार होते हैं, उनके मोक्ष के लिए यहां के पिशाचमोचन कुंड (Pishach Mochan Kund) पर त्रिपिंडी श्राद्ध किया जाता है. त्रिपिंडी श्राद्ध करने के लिए पिशाचमोचन कुंड पर लोगों की भारी भीड़ आती है. काशी के अति प्राचीन पिशाचमोचन कुंड पर होने वाले त्रिपिंडी श्राद्ध के साथ ये मान्यता जुड़ी है कि पितरों को प्रेत बाधा और अकाल मृत्यु से मुक्ति मिल जाती है.
गरुण पुराण में है वर्णन ऐसी मान्यता है कि भगवान शिव ने सृष्टि की रचना का प्रारंभ यहीं से किया था. यह सर्वविदित है कि जो भी इंसान यहां अंतिम सांस लेता है, उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है. कई लोग तो सिर्फ इसी वजह से अपने अंतिम समय में काशी में ही आकर बस जाते हैं. मोक्ष नगरी काशी में चेतगंज थाने के पास पिशाचमोचन कुंड स्थित है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.

India Nuclear Missile Force: दुनिया में आज के समय में सभी देश अपनी सैन्य शक्तियों को मजबूत कर रहे हैं. भारत ने भी पिछले कुछ दशकों में अपनी सैन्य ताकत में काफी मजबूती लाई है. भारत की परमाणु क्षमता की चर्चा दुनिया में अक्सर होती है, लेकिन इसे गहराई के साथ काफी कम लोग ही जानते हैं. भारत ने सिर्फ अग्नि श्रृंखला ही नहीं बल्कि जमीन, समुद्र, हवा और क्रूज मिसाइल सिस्टम का एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया है.









