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PAK-चीन के टैंकों पर रोबोटिक हमला! भारतीय सेना बना रही FPV ड्रोन स्वार्म, एक ऑपरेटर चलाएगा 10 आत्मघाती ड्रोन, दुश्मन का बचना मुश्किल
Zee News
Indian Army Develops Indigenous FPV Drone Swarm: सेना अब ऐसे स्वदेशी फर्स्ट-पर्सन व्यू यानी FPV ड्रोन स्वार्म विकसित कर रही है. जो दुश्मन के मुख्य युद्धक टैंकों और भारी बख्तरबंद वाहनों को एक साथ कई दिशाओं से निशाना बना सकेंगे. यह प्रोजेक्ट पूरी तरह सेना के स्तर पर ही विकसित किया जा रहा है.
Indian Army Develops Indigenous FPV Drone Swarm: भारतीय सेना ने युद्धक्षेत्र में अपनी ताकत बढ़ाने की दिशा में एक अहम कदम उठाया है. सेना अब ऐसे स्वदेशी फर्स्ट-पर्सन व्यू यानी FPV ड्रोन स्वार्म विकसित कर रही है. जो दुश्मन के मुख्य युद्धक टैंकों और भारी बख्तरबंद वाहनों को एक साथ कई दिशाओं से निशाना बना सकेंगे. यह प्रोजेक्ट पूरी तरह सेना के स्तर पर ही विकसित किया जा रहा है. : देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें .

Indian Army SAKSHAM system: भारत की हवाई सीमाएं पूरी तरह से अभेद्य बनने जा रही हैं. इसके लिए इंडियन आर्मी ने SAKSHAM पर भरोसा जताया है. जो पूरी तरह AI से लैस है. यानी यह दुश्मन के ड्रोन हमलों को खुद ही रोकने में सक्षम होगा. वहीं, रक्षा सूत्रों ने बताया, “यह केवल ड्रोन के बारे में नहीं है. यह हमारे युद्धक्षेत्र पर स्वायत्तता, गति और नियंत्रण के बारे में है.” SAKSHAM भविष्य के युद्धक्षेत्र में भारतीय सेना की श्रेष्ठता सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.

DRDO Netra Mk II: नेत्रा Mk II का विकास भारतीय वायुसेना के लिए एक निर्णायक बदलाव लाएगा, जिससे हवाई क्षेत्र में भारत की ताकत और भी अधिक मजबूत होगी. यह विमान अग्रिम मोर्चे पर लंबी दूरी की हवाई निगरानी करेगा, जिससे दुश्मन के किसी भी मिसाइल या हवाई हमले का पता बहुत पहले ही लग जाएगा. जिससे इंडियन एयरफोर्स किसी भी मिशन को सफलतापूर्वक अंजाम देने में बढ़त हासिल होगी.

Robot made artillery shells India: इंडियन आर्मी को अब जंग के मैदान में तोप के गोलों की न के बराबर कमी होगी. इतना ही नहीं, यह गोले अंतरराष्ट्रीय मानक पर भी एकदम खरे उतरेंगे. दरअसल, भारत की देसी कंपनी ने तोप के गोले बनाने का जिम्मा अब रोबोट के हवाले कर दिया है. जिससे गोले की सटीकता व तेज उत्पादन सुनिश्चित होगा. ऐसे में आइए इस देसी कंपनी के बारे में और बनने वाले तोप के गोलों की सटीकता के बारे में जानते हैं.

Hindu population outside of India: Pew Research Center की रिपोर्ट के मुताबिक, हिंदू धर्म को मानने वालों का करीब 94-95% हिस्सा भारत में ही रहता है. पर बाकी अकेले देशों में लाखों-करोड़ों हिन्दू रहते हैं और उन्होंने अपनी उपस्थिति, पहचान और धार्मिक अभ्यास को वर्षों से कायम रखा है. इसका मतलब है, हिंदू धर्म सिर्फ भारत का धर्म नहीं रहा, बल्कि एक वैश्विक पहचान बन चुकी है.

Indian Navy Diving Support Craft DSC A20: इंडियन नेवी को जल्द ही एक नया जहाज मिलने वाला है. यह जहाज कोई मामूली जहाज नहीं है. बल्कि डाइविंग सपोर्ट क्राफ्ट DSC A20 है. जिसे पूरी तरह देश में ही मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड द्वारा बनाया जा रहा है. जो नौसेना के सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन को बेहद आसान बना देगा. जिसके लिए देश को विदेशी जहाजों पर निर्भर रहना पड़ता है.

Indian Army CheyTac M200 sniper: CheyTac M200 Intervention का भारतीय सेना में शामिल होना LOC पर सेना की निगरानी और स्ट्राइक क्षमता को और भी मजबूत कर देगा, जिससे दुश्मन किसी भी नापाक हरकत से पहले सौ बार सोचेगा. वहीं, इसकी रेंज 2.3 किमी तक है. जो दुर्गम इलाके में दुश्मन के सफाए के लिए बेहद अहम मानी जाती है. इतना ही नहीं, यह बेहद हल्की और तुरंत लोड होने के लिए खास रूप से डिजाइन किया गया है.

Russia offer Geran-3 drone: Geran-3 ड्रोन की सबसे बड़ी खासियत इसका पेलोड यानी विस्फोटक ले जाने की क्षमता है, जो 300 किलोग्राम है. यह पुराने प्रोपेलर वाले Geran-2 से छह गुना ज्यादा है. रूस भारत को एक ऐसा तेज, स्टील्थी, और जेट-पावर्ड 'कामीकाजी' ड्रोन ऑफर कर रहा है, जो दुश्मन के हवाई क्षेत्र में घुसकर तबाही मचा सकता है.






