OPINION: मोहन भागवत के 'एक समान डीएनए' के मुद्दे को सीएम नीतीश के मंत्री जमा खान की नजर से समझें, बहुत खास हैं मायने
News18
आरएसएस के सर संघचालक मोहन भागवत (RSS Chief Mohan Bhagwat) के सभी भारतीयों के एक ही डीएनए होने के बयान के बाद पूरे देश में घमासान मचा हुआ है. कुछ इसे हिन्दू और मुस्लिम को जोड़ने, तो कुछ इसे तोड़ने वाला बता रहे हैं. इस बीच बिहार के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री जमा खान (Zama Khan)ने स्वीकार किया कि उनके पूर्वज पहले हिन्दू राजपूत थे. हालांकि इस मामले को समझने के लिए ये लेख आपके लिए बेहद जरूरी है. | News in Hindi - हिंदी न्यूज़, समाचार, लेटेस्ट-ब्रेकिंग न्यूज़ इन हिंदी
आरएसएस के सर संघचालक मोहन भागवत (RSS Chief Mohan Bhagwat) के एक समान डीएनए (DNA) वाले बयान पर अब तक जितनी प्रीतिक्रियाएं आनी थीं, आ चुकी हैं. इस दौरान कुछ लोग इसके समर्थन में, तो कुछ विरोध में दिखे. यही नहीं, संघ को जानने और समझने वाले इस बात का समर्थन करेंगे कि आरएसएस ने पहली बार इस तरह का बयान नहीं दिया है. मौलिक तौर पर संघ की ये धारणा है कि भारत में जन्म लेने वाले सभी लोग की एक समान पृष्टभूमि से हैं, भले ही कालांतर में, विभिन्न कारणों से लोगों ने अलग-अलग मतों और मजहबों को अंगीकार कर लिया. बहरहाल, अभी उन ऐतिहासिक कारकों पर नहीं जाते हैं, लेकिन इस बात के प्रमाण हैं ही कि मुगलकाल में हिंदुओं का विभिन्न कारणों से बड़े पैमाने पर धर्मांतरण हुआ. बिहार ही क्यों, भारत के उन सभी राज्यों में जहां बहुसंख्यक हिन्दू आबादी के सामने हथियार डालने के अलावा और कोई रास्ता नहीं रहा होगा. बहुत सारे ऐसे भी उदा...More Related News