Omicron वेरिएंट - कोरोना वायरस की तीसरी लहर के लिए भारत कितना तैयार है?
BBC
विशेषज्ञों का कहना है कि भारत सरकार को सबसे पहले अपने सार्वजनिक स्वास्थ्य सिस्टम को मज़बूत करने के लिए किए गए वादे को पूरा करने की ज़रूरत है.
भारत कोरोना की तीसरी लहर के लिए कितना तैयार है और इसके लिए क्या-क्या किया जाना चाहिए, ये बता रहे हैं महामारी विशेषज्ञ चंद्रकांत लहरिया-
भारत के उत्तरी राज्यों की यात्रा कर रहे किसी भी शख़्स को यह सोचने के लिए माफ़ किया जा सकता है कि महामारी समाप्त हो चुकी है.
छोटे शहरों में कुछ ही लोग मास्क पहन रहे हैं और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं और कोविड-19 का मुद्दा उनकी बातचीत में कम ही चर्चा का विषय होता है. यहां पर कोरोना वायरस को लेकर चेतावनी सिर्फ़ पोस्टर और बिलबोर्ड्स से मिल पाती है जहां पर राजनेताओं को वायरस से लड़ने के लिए शुक्रिया कहा गया है.
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में अधिकतर लोग मास्क में दिखेंगे क्योंकि यहां पर नियम बने हुए हैं. लेकिन शहर में एक बार फिर बाज़ारों में भीड़ बढ़ गई है, रेस्टॉरेंट भरे हुए हैं.
लगातार कम आते मामले (भारत में रोज़ाना 10,000 के आसपास नए कोविड मामले दर्ज हो रहे हैं) और जारी टीकाकरण की रफ़्तार (94 करोड़ वयस्क आबादी के 80% हिस्से को कम से कम एक वैक्सीन की डोज़ लगी है) ने ऐसा लगता है कि इस साल अप्रैल और मई में आई दूसरी लहर की भयानक यादों को कम ज़रूर कर दिया है.