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NTPC की न्यूक्लियर एनर्जी सेक्टर में एंट्री, यहां बनाएगा देश का सबसे बड़ा परमाणु ऊर्जा संयंत्र, ₹42,000 करोड़ करेगा खर्च
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Nuclear power plant India: यह संयंत्र 'अनुशक्ति विद्युत निगम लिमिटेड (ASHVINI)' नामक एक संयुक्त उद्यम (Joint Venture) के तहत विकसित किया जा रहा है, जिसमें NPCIL की 51 प्रतिशत और NTPC की 49 प्रतिशत हिस्सेदारी है.
Nuclear power plant India: देश के ऊर्जा परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण बदलाव लाते हुए, सार्वजनिक क्षेत्र की दिग्गज कंपनियां नेशनल थर्मल पावर कॉर्पोरेशन (NTPC) और न्यूक्लियर पावर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (NPCIL) राजस्थान में एक विशाल परमाणु ऊर्जा संयंत्र विकसित करने के लिए लगभग 42,000 करोड़ रुपये का निवेश कर रही हैं. यह परियोजना देश के सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा संयंत्रों में से एक होगी, जो 2,800 मेगावाट की विश्वसनीय आधारभूत ऊर्जा (Base Load Energy) की आपूर्ति करेगी. बता दें, यह महत्वाकांक्षी परियोजना माही बांसवाड़ा राजस्थान एटॉमिक पावर प्रोजेक्ट (MBRAPP) के नाम से जानी जाएगी

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.

India Nuclear Missile Force: दुनिया में आज के समय में सभी देश अपनी सैन्य शक्तियों को मजबूत कर रहे हैं. भारत ने भी पिछले कुछ दशकों में अपनी सैन्य ताकत में काफी मजबूती लाई है. भारत की परमाणु क्षमता की चर्चा दुनिया में अक्सर होती है, लेकिन इसे गहराई के साथ काफी कम लोग ही जानते हैं. भारत ने सिर्फ अग्नि श्रृंखला ही नहीं बल्कि जमीन, समुद्र, हवा और क्रूज मिसाइल सिस्टम का एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया है.








