
Nobel Prize 2021: डेविड जूलियस और अर्देम पटापाउटियन को दिया गया मेडिसिन का नोबेल पुरस्कार
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स्टाॅकहोमः अमेरिका के दो वैज्ञानिकों को सोमवार को दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित नोबेल अवार्ड्स में से एक मेडिसीन का नोबेल पुरस्कार दिया गया.
स्टाॅकहोमः अमेरिका के दो वैज्ञानिकों को सोमवार को दुनिया के सबसे प्रतिष्ठित नोबेल अवार्ड्स में से एक मेडिसीन का नोबेल पुरस्कार दिया गया. डेविड जूलियस (David Julius) और अर्देम पटापाउटियन (Ardem Patapoutian) को मानव शरीर में उस रिसेप्टर्स की खोज करने के लिए पुरस्कार दिया गया है जो तापमान और स्पर्श को महसूस करने के लिए जिम्मेदार कारक होते हैं. फिजियोलॉजी या मेडिसिन नोबेल पुरस्कार दोनों लोगों को संयुक्त रूप से दिया गया है. अभी 2021 के नोबेल पुरस्कारों में से पहले पुरस्कारों की घोषणा की गई है. नोबेल पुरस्कार कई कैटेगरी में दिए जाते हैं. अन्य पुरस्कार फिजिक्स, केमेस्ट्री, साहित्य, शांति और अर्थशास्त्र के क्षेत्र में बेहतर काम करने के लिए दिए जाते हैं. आने वाले एक हफ्ते के दौरान इन क्षेत्रों में मिलने वाले पुरस्कारों का ऐलान किया जा सकता है.
हेपेटाइटिस सी वायरस की खोज के लिए मिला था पिछले साल इनाम गुजिश्ता साल मेडिसिन में ये पुरस्कार तीन वैज्ञानिकों को उनकी खोज के लिए दिया गया था. इन वैज्ञानिकों ने लीवर को खराब करने वाले हेपेटाइटिस सी वायरस की खोज की थी. ये एक ऐसी सफलता थी, जिसकी वजह से इस जानलेवा बीमारी का इलाज करना आसान हुआ और ब्लड बैंकों के माध्यम से इस बीमारी को फैलने से रोकने के लिए परीक्षण किए गए.

Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.









