Nobel Peace Prize के लिए नामित हुए Myanmar के प्रदर्शनकारी, सैन्य तानाशाही का कर रहे विरोध
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म्यांमार की सैन्य तानाशाही ने अबतक 320 से ज्यादा प्रदर्शनकारियों की हत्या कर दी है और 3000 से ज्यादा लोगों को हिरासत में रखा हुआ है.
ओस्लो/यांगून: म्यांमार में सैन्य तख्तापलट का शांतिपूर्ण ढंग से विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामित किया गया है. ये नॉमिनेशन साल 2022 के लिए है. नॉर्बे की अकादमिक संस्था ने खुद इस बात की जानकारी दी है. ओस्लो यूनिवर्सिटी में समाजशास्त्र की प्रोफेसर क्रिस्टियन स्टोक्की ने इसे डेमोक्रेसी की रक्षा के महत्वपूर्ण प्रदर्शन करार दिया है. उन्होंने कहा कि अगर ये प्रदर्शन सफल रहता है, तो इससे अन्य जगहों पर भी लोकतंत्र के समर्थन में अहिंसक विरोध प्रदर्शनों को प्रेरणा मिलेगी. उन्होंने कहा कि दुनिया के किसी भी हिस्से में अगर लोकतंत्र को दबाया जा रहा है, तो उसे जरूर इन प्रदर्शनों से प्रेरणा मिलेगी.More Related News
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि हमास के खिलाफ युद्ध में अगर जरूरत पड़ी तो उनका देश ‘अकेला भी खड़ा’ रहेगा. नेतन्याहू का यह बयान, बृहस्पतिवार को अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन की उस चेतावनी के बाद आया जिसमें कहा गया है कि अमेरिका, इजराइल को दक्षिणी गाजा शहर रफह पर हमले के लिए हथियार मुहैया नहीं करेगा.