
NEET-MDS के दाखिलों के लिए काउंसलिंग कब होगी, सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र से दो दिन में मांगा जवाब
Zee News
पीठ ने कहा, ‘‘यह क्या है? हमने पिछले हफ्ते पढ़ा था कि केंद्र ने ओबीसी आरक्षण को मंजूरी दे दी है. अब फिर से आप इसे अक्टूबर या नवंबर में खिसका देंगे. हम इसकी इजाजत नहीं देंगे.
नई दिल्लीः उच्चतम न्यायालय ने केंद्र से सोमवार को 11 अगस्त तक इस संबंध में जानकारी देने को कहा कि वह नीट-एमडीएस में दाखिले के लिए काउंसलिंग कब शुरू करेगा, जिसके लिए 16 दिसंबर, 2020 को परीक्षा आयोजित की गई थी. न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति एम आर शाह की पीठ ने कहा कि अब जब केंद्र ने मेडिकल सीटों में ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) आरक्षण को मंजूरी दे दी है तो वह काउंसलिंग कब कराएगा? केंद्र की जानिब से पेश हुए अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल के एम नटराज ने कहा कि सरकार को इस सिलसिले में नोटिफिकेशन जारी करने और तौर-तरीके तैयार करने के लिए दो सप्ताह का वक्त चाहिए. पीठ ने कहा, ‘‘यह क्या है? हमने पिछले हफ्ते पढ़ा था कि केंद्र ने ओबीसी आरक्षण को मंजूरी दे दी है. अब फिर से आप इसे अक्टूबर या नवंबर में खिसका देंगे. हम इसकी इजाजत नहीं देंगे. आप कृपया हमें बुध तक बताएं कि आप काउंसलिंग कब आयोजित करेंगे? हम इसे पहले मामले के रूप में सूचीबद्ध कर रहे हैं. आप हमें जानकारी दें.’’ सरकार और अन्य एजेंसी कर रही है टालमटोल केंद्र सरकार ने हाल में अखिल भारतीय आरक्षण योजना के तहत मौजूदा शैक्षणिक सत्र 2021-22 से स्नातक और स्नातकोत्तर चिकित्सा और दंत पाठ्यक्रमों में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के लिए 27 प्रतिशत और मुआशी तौर पर कमजोर तबके (ईडब्ल्यूएस) के लिए 10 फीसदी आरक्षण का ऐलान किया था. इससे पहले, न्यायालय ने नीट-एमडीएस में दाखिले के लिए काउंसलिंग आयोजित करने में देरी पर 12 जुलाई को संज्ञान लिया था. शीर्ष अदालत ने कहा था कि केंद्र और दीगर फरीक एक साल से ‘‘टाल-मटोल’’ कर रहे हैं. पीठ ने संबंधित पक्ष की याचिका पर कहा था कि ये योग्य बीडीएस छात्र हैं और केंद्र ने पिछले साल से काउंसलिंग क्यों नहीं की.
Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.

India Nuclear Missile Force: दुनिया में आज के समय में सभी देश अपनी सैन्य शक्तियों को मजबूत कर रहे हैं. भारत ने भी पिछले कुछ दशकों में अपनी सैन्य ताकत में काफी मजबूती लाई है. भारत की परमाणु क्षमता की चर्चा दुनिया में अक्सर होती है, लेकिन इसे गहराई के साथ काफी कम लोग ही जानते हैं. भारत ने सिर्फ अग्नि श्रृंखला ही नहीं बल्कि जमीन, समुद्र, हवा और क्रूज मिसाइल सिस्टम का एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया है.









