
Nag Panchami 2021: भगवान शिव ने इसलिए अपने गले में लपेटा है वासुकी नाग, बहुत खास है वजह
Zee News
वासुकी नाग (Vasuki Nag) भगवान शिव (Lord Shiva) के प्रिय भक्त हैं, उनकी भक्ति देखकर ही भोलेनाथ ने उन्हें अपने गले में स्थान दिया है. शिव जी ने जहरीले नाग को अपने गले में क्यों धारण किया है इसके पीछे अहम वजह है.
नई दिल्ली: भगवान शिव (Lord Shiva) का रूप अनूठा है. पूरे शरीर पर भस्म लपेटने वाले, वस्त्र की जगह छाल पहनने वाले, अपनी जटाओं में गंगा को समाहित करने वाले और गले में जहरीले नाग को धारण करने वाले शिव से जुड़ा हर प्रतीक अलग और खास है. उनके एक हाथ में डमरू और त्रिशूल है, जो बुरी ताकतों के संहार के लिए है. उनके सिर पर चंद्रमा सुशोभित है. भोलेनाथ द्वारा धारण की गई हर चीज किसी न किसी बात का प्रतीक है. आज नाग पंचमी (Nag Panchami) के मौके पर जानते हैं कि गले (Neck) में सांप (Snake) धारण करने के पीछे क्या वजह है. धर्म पुराणों में 12 देव नागों का उल्लेख है और हर महीने में एक-एक नाग की प्रार्थना-पूजा करने के लिए कहा गया गया है. इन नाग देवों में से ही एक वासुकी नाग (Vasuki Nag) भगवान शिव के गले में लिपटे हुए हैं. वासुकी नाग शिव जी के परम भक्तों में से हैं. शिव का नागों से अटूट संबंध है, इसीलिए शिव भक्ती के पवित्र महीने सावन का एक दिन नागों की पूजा के लिए समर्पित है. नाग पंचमी के दिन नाग पूजा करने से शिव जी बहुत प्रसन्न होते हैं. इस दिन शिव जी की भी पूजा करनी चाहिए. इससे नाग पंचमी की पूजा का फल कई गुना बढ़ जाता है.More Related News
