
Mirza Ghalib Birth Anniversary: एक डर जो गालिब को तमाम जिंदगी लगा रहा
Zee News
Mirza Ghalib Birth Anniversary: गालिब का खास मिजाज ही उनके सुखन में खास अंदाज ले आता था. उन्होंने कभी नामचीन बनने के लिए शेर नहीं गढ़े. बस वक्त समझा और कह गए.
नई दिल्लीः Mirza Ghalib Birth Anniversary: ये दुपहरी से ऊपर का वक्त है. मिजाज और मौसम ऐसा है कि सूरज मियां भी अलसाए ही लगते हैं. उनका भी आसमां पर छाने का मन नहीं है. बस अपने आरामगाह की पूरब वाली खिड़की से थोड़ा बाहर झांक लिया, दुनिया में कामभर का उजाला हो लिया, फिर चलो मियां रजाई में ही चलें, कौन जाए बाहर. इसी अलसाए मिजाज वाले मौसम में 1796 वाले साल में दिसंबर के 27वें रोज असद पैदा हुए. यही आरामतलबी, तसल्ली और शौकिया मिजाज लेकर. आज जब दुनिया तसल्ली खोजती है, तो वो यहीं असद के सुखन में मिलती है. असद वही, जिसे जमाना गालिब के नाम से जानता है.
कौन गालिब? कौन गालिब? अरसा हो गया इस बात को, लेकिन गालिब को पता था कि लोग एक रोज पूछ जरूर लेंगे कौन गालिब? तो मियां बहुत पहले लिख गए थे. पूछते हैं वो कि गालिब कौन है, कोई बतलाओ कि हम बतलाए क्या.

36 MW Class Gas Turbine Engine: नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने कॉन्फ्रेंस में बताया कि नौसेना अब पूरी तरह स्वदेशी 36 मेगावॉट क्लास गैस टर्बाइन इंजन, अगली पीढ़ी की डीजल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन सिस्टम. फुल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन तकनीक विकसित कर रही है. इनका पहला ऑपरेशनल संस्करण 2029 में नौसेना के जहाजों पर आने की उम्मीद है.

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Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

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