
Lucknow: मिलिए 'Munna Havaldar' से, जो एक बकरा होकर आर्मी परेड को करेगा लीड
Zee News
30 मार्च को लखनऊ AMC का स्थापना दिवस है. इस दौरान आयोजित कार्यक्रम में मार्च पास्ट होगा जिसका नेतृत्व एक बकरा करेगा. जी हां, इसका नाम मुन्ना हवलदार है, और इसकी कहानी भी बहुत दिलचस्प है. करीब 70 साल पहले इसे ग्वालियर के महाराजा ने भारतीय सेना को गिफ्ट दिया था.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की राजधानी लखनऊ (Lucknow) में बना आर्मी मेडिकल कोर सेंटर (Army Medical Core Center) 30 मार्च को अपना स्थापना दिवस मनाने जा रहा है. इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण ‘मुन्ना हवलदार’ होगा, जो मारवाड़ी नस्ल का एक बकरा है, और मार्च पास्ट में अपने बैंड का नेतृत्व करेगा. करीब 70 साल पहले 16 अप्रैल, 1951 को सेना में मारवाड़ी नस्ल का एक बकरा पेश किया गया था. इसके बाद, जीवाजीराव सिंधिया (Jiwajirao Scindia) ग्वालियर के महाराजा की सेना का भारतीय सेना में विलय हो गया था, तो बैंड को भी AMC में मिला दिया गया. विलय के दौरान, राजस्थान के बाड़मेर के एक काले मारवाड़ी नस्ल के बकरे 'हवलदार मुन्ना' को महाराजा ने भारतीय सेना को उपहार में दिया था, जिसे AMC ने अपने बैंड शुभंकर (Mascot) के रूप में अपनाया.
36 MW Class Gas Turbine Engine: नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने कॉन्फ्रेंस में बताया कि नौसेना अब पूरी तरह स्वदेशी 36 मेगावॉट क्लास गैस टर्बाइन इंजन, अगली पीढ़ी की डीजल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन सिस्टम. फुल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन तकनीक विकसित कर रही है. इनका पहला ऑपरेशनल संस्करण 2029 में नौसेना के जहाजों पर आने की उम्मीद है.

Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.








