
India-China के मिलिट्री कमांडर्स के बीच आज 12वें दौर की अहम बैठक, Military Disengagement पर होगी चर्चा
Zee News
India China Border Dispute: पिछले दौर की सैन्य वार्ता में दोनों पक्षों ने हॉट स्प्रिंग्स, गोगरा और देपसांग में सैनिकों को हटाने की प्रक्रिया आगे बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की थी. हालांकि, सैनिकों को पीछे हटाने की प्रक्रिया में चीन (China) की ओर से कोई गतिविधि नहीं की गई.
नई दिल्ली: भारत और चीन के मिलिट्री कमांडर्स के बीच 12वें दौर की अहम मीटिंग (India and China Corps Commander-Level Meet) आज सुबह साढ़े दस बजे शुरू होगी. मीटिंग के दौरान दोनों देशों के सैन्य कमांडर्स अगले दौर के डिसइंगेजमेंट पर चर्चा करेंगे. ये मीटिंग एलएसी पर चीन की तरफ मोल्डो गैरिसन में होगी. जानकारी के मुताबिक इस दौरान पूर्वी लद्दाख से सटी लाइन ऑफ कंट्रोल (LAC) के गोगरा और हॉट स्प्रिंग जैसे इलाकों से डिसइंगेजमेंट यानी सैनिकों को पीछे हटने पर बातचीत होगी. गौरतलब है कि दोनों देशों के इस समय LAC पर संवेदनशील क्षेत्रों में 50,000 से 60,000 सैनिक तैनात हैं. इससे पहले 11वें दौर की बातचीत नौ अप्रैल को एलएसी से भारतीय सीमा की ओर चुशुल सीमा पर हुई थी जो करीब 13 घंटे चली थी. भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व लेफ्टिनेंट जनरल पीजीके मेनन करेंगे, जो लेह स्थित 14 वीं कोर के कमांडर हैं.
Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.









